अभी दिल्ली दूर है , ‘आप’ हरियाणा में भी मजबूर है
यदि किसी को मुहावरे भूल रहे हों तो वह अरविंद केजरीवाल का अध्ययन करे तो ‘उंगली पकड़ कर पहुंचा पकड़ना’ वाली कहावत समझ आती है। अभी कांग्रेस ने उन्हे दिल्ली ही में भाव नहीं दिया है तो वह हरियाणा जहां सुरजेवाला, भूपिंदर सिंह हुड्डा, अशोक तंवर इत्यादि दिग्गजों का ज़ोर है वहीं केजरीवाल ने कांग्रेस से हरियाणा में गठबंधन की बात आगे बढ़ा दी और साथ ही साथ जे जे पी की भी वकालत कर डाली। कांग्रेस फिलहाल मौन है। वहीं संजय सिंह ने कॉंग्रेस को फिर से लताड़ लगाई की कॉंग्रेस और भाजपा में मैच फिक्स है।
नई दिल्ली: दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन को लेकर बनी असमंजस की स्थिति बुधवार को गहरा गई जब आप ने तालमेल की संभावना को खारिज कर दिया, लेकिन कांग्रेस की तरफ से फिलहाल खुलकर कुछ नहीं कहा गया है.
दअरसल, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने बुधवार को प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष शीला दीक्षित से मुलाकात की. सूत्रों के मुताबिक यह बैठक करीब 45 मिनट तक चली. इस बैठक में आप के साथ गठबंधन के संभावित उम्मीदवारों पर भी बातचीत हुई.
‘गठबंधन की संभावना कम’
कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा,‘दोनों की मुलाकात में सभी सीटों पर संभावित उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा की गई. फिलहाल यही कहा जा सकता है कि गठबंधन की संभावना बहुत कम है.’
दूसरी तरफ, आप नेता संजय सिंह ने कहा, ‘क्या ऐसा कारण है कि कांग्रेस हर वह कदम उठा रही है जिससे भाजपा को फायदा हो? ऐसी कौन सी डील हो गई है?’ उन्होंने दावा किया,‘जिन जगहों पर विपक्ष मजबूती से लड़ रहा है वहां भी कांग्रेस लड़ने चली जा रही है. ये मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में ताकत नहीं लगा रहे हैं.’
संजय सिंह ने कहा, ‘अगर एकसाथ लड़ते को भाजपा को रोका जा सकता था. जो कुछ हो रहा है वह समझौता नहीं है. एकतरफा समझौता नहीं हो सकता.’ दिल्ली में गठबंधन को लेकर दोनों पार्टियों के बीच लंबे समय से बातचीत चल रही हैं. एक तरफ गठबंधन को लेकर कांग्रेस की दिल्ली इकाई में दो राय है तो दूसरी तरफ आप की ओर से हरियाणा में सीटें मांगी जा रही है.
आप ने रखी कांग्रेस के सामने शर्त
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि हाल के समय में दोनों पार्टियों के बीच हुई बातचीत के दौरान आप ने दिल्ली के साथ हरियाणा में भी गठबंधन करने और इसमें ‘जननायक जनता पार्टी’ को शामिल करने की मांग रखी. कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने हाल ही में कहा कि पार्टी सिर्फ दिल्ली में गठबंधन के पक्ष में है, लेकिन हरियाणा या किसी अन्य राज्य में तालमेल के पक्ष में नहीं है.
Leave a Reply
Want to join the discussion?Feel free to contribute!