‘चौकीदार चोर है’ लेकिन माल कमल नाथ के करीबियों से

‘चौकीदार चोर है’ का नारा देने वाली कांग्रेस के मध्यप्रदेश से मुख्यमंत्री के निजी अधिकारियों ओएसडी जिसकी नियुक्ति स्वयं कमल नाथ ने की थी के घर से आयकर विभाग के छापे के दौरान 9 करोड़ रूपये मिलने की सूचना है ज्ञातव्य है की सरकार बने अभी 100 दिन भी नहीं हुये। अब तक नोटों की गिनती जारी है । ख़बर लिखे जाने तक मिली हुई रकम 16 करोड़ हो चुकी थी। कमल नाथ के करिबियों के 50 ठिकानों पर आईटी की रेड पड़ रही है।नोएडा में कमल नाथ के भांजे की कंपनी मोसर बीयर के यहाँ भी प्रोविडेंट फ़ंड के घोटाले के चलते रेड की है। अटकलें हैं की पूरी रकम करीब 290 करोड़ के आसपास है

मध्‍य प्रदेश की राजधानी भोपाल में सीएम कमलनाथ के ओएसडी प्रवीण कक्‍कड़ के घर पर आईटी रेड के बाद वही हालात बन रहे हैं जो कुछ समय पहले बंगाल में बने थे. कक्‍कड़ के साथी अश्‍विन शर्मा के घर के बाहर मप्र पुलिस और सीआरपीएफ के जवान आमने सामने हैं.

भोपाल: मध्‍य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आईटी रेड के बाद अब सियासत गर्म होने लगी है. यहां पर भी कमोबेश वही हालात बन रहे हैं, जो एक महीने पहले पश्चिम बंगाल में बने थे. तब सीबीआई और स्‍थानीय पुलिस आमने सामने थी. अब मप्र की राजधानी भोपाल में सीआरपीएफ और मप्र की पुलिस आमने सामने है. रविवार को मध्‍यप्रदेश के भोपाल इंदौर सहित कुछ स्‍थानों पर आयकर का छापा पड़ा था. इसमें कमलनाथ के ओएसडी के आवास से 9 करोड़ रुपए की बरामदगी हुई थी. आयकर विभाग ने इस छापेमारी में सीआरपीएफ की मदद ली है.

पहले कांग्रेस की ओर से आरोप लगाया गया कि ये कार्रवाई बदले की भावना से की गई. इसके बाद भोपाल में उस समय विवाद की स्‍थ‍िति बन गई, जब सीआरपीएफ और पुलिस के जवान भोपाल में अश्‍व‍िन शर्मा के आवास पर आमने सामने आ गए. अश्‍वि‍न शर्मा, मध्‍यप्रदेश के सीएम कमलनाथ के ओएसडी प्रवीण कक्‍कड़ के सहयोगी हैं. सीआरपीएफ का कहना है कि मप्र पुलिस के जवान उसे काम नहीं करने दे रहे हैं. वहीं पुलिस की दलील है कि जिस जगह छापेमारी हो रही है, वहां से सीआरपीएफ ने सुबह से ही किसी को बाहर नहीं निकलने दिया है. हम उन्‍हीं हालात को देखने आए हैं. हमारा छापेमारी की घटना से कोई लेना देना नहीं है. सीआरपीएफ का कहना है कि मध्‍य प्रदेश पुलिस उन्‍हें काम नहीं करने दे रही.

9 करोड़ की रकम बरामद हुई थी
आयकर विभाग ने आयकर चोरी के आरोप में रविवार तड़के मध्‍यप्रदेश के सीएम कमलनाथ से जुड़े लोगों के दिल्ली और मध्य प्रदेश स्थित 50 ठिकानों पर छापेमारी की. मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के निजी सचिव के घर से आयकर विभाग के छापे में 9 करोड़ की रकम बरामद हुई.

पुलिस ने दी अपनी दलील
इस छापेमारी में आयकर विभाग ने पुलिस की बजाय सीआरपीएफ का सहयोग लिया. कक्‍कड़ का सहयोगी अश्‍वि‍न शर्मा भोपाल के प्‍लेट‍िनम प्‍लाजा में रहता है. उसे सीआरपीएफ ने अपने कब्‍जे में ले रखा है. पुलिस का दावा है कि अश्‍विन शर्मा जिस रेसीडेंसियल बिल्‍ड‍िंग में रहते हैं, वहां पर दूसरे परिवार भी रहते हैं. सीआरपीएफ अपनी कार्यवाही के चलते दूसरे लोगों को बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा है. इस कारण हमें इस मामले में दखल देना पड़ा है. वहीं सीआरपीएफ का कहना है कि इस बिल्‍डि‍ंग में आने जाने के दूसरे रास्‍ते भी हैं.

अश्‍वि‍न शर्मा को आयकर विभाग की टीम साथ ले जाना चाहती है
अश्‍वि‍न शर्मा सीएम कमलनाथ के ओएसडी प्रवीण कक्‍कड़ का सहयोगी है. इसे आयकर टीम पूछताछ के लिए अपने साथ ले जाना चाहती है. इसके घर से भी आयकर विभाग को बड़ी मात्रा में कैश और ट्रांसफर के कागजात मिले हैं. सीआरपीएफ के अधिकारी प्रदीप कुमार का कहना है कि मप्र पुलिस हमारे काम में रुकावट डाल रही है. इतना ही नहीं पुलिस के जवान हमें गालियां भी दे रहे हैं. हम सिर्फ अपने अधिकारियों के ऑर्डर फॉलो कर रहे हैं.

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