हरियाणा सरकार द्वारा परीक्षाओं में पारदर्शिता बरते जाने की पोल पूरी तरह से खुल चुकी: योगेश्वर शर्मा
राज्य की सबसे बड़ी परीक्षा में पेपर लीक होने की बात को दबाया जा रहा है
सूचना देने वाले परीक्षार्थी द्वारा शोर मचाये जाने के बावजूद कोई कारवाई न किये जाने तथा उससे उसका पेपर भी वापिस ले लेने से मामला और भी संदेहस्पद हो जाता है कि आखिर हरियाणा सरकार अपने किन खास चहेते परीक्षार्थियों को लाभ पहुंचाना चाहती थी?
पंचकूला, 3 अप्रैल। आम आदमी पार्टी अंबाला लोकसभा के अध्यक्ष एवं जिला पंचकूला के अध्यक्ष योगेश्वर शर्मा का कहना है कि हाल ही में हुई हरियाणा सरकार द्वारा परीक्षाओं में पारदर्शिता बरते जाने की पोल पूरी तरह से खुल चुकी है। उन्होंने कहा कि यह खुलासा किसी आम परीक्षा में नहीं बल्कि प्रदेश की सबसे बड़ी हरियाणा सिविल सर्विसज की परीक्षाओं के दौरान लीक हुए पेपर को लेकर हुआ है। उन्होंने कहा कि पेपर लीक होने की सूचना देने वाले परीक्षार्थी द्वारा शोर मचाये जाने के बावजूद कोई कारवाई न किये जाने तथा उससे उसका पेपर भी वापिस ले लेने से मामला और भी संदेहस्पद हो जाता है कि आखिर हरियाणा सरकार अपने किन खास चहेते परीक्षार्थियों को लाभ पहुंचाना चाहती थी?
आज यहां जारी एक ब्यान में आम आदमी पार्टी अंबाला लोकसभा के अध्यक्ष एवं जिला पंचकूला के अध्यक्ष योगेश्वर शर्मा ने आगे कहा कि एचसीएस की परीक्षा के दौरान सोनीपत में पेपर लीक होने का खुलासा करने के बावजूद उस पर अभी तक कोई कारवाई न होने ने हरियाणा सरकार की पारदॢशता पर प्रश्रचिन्ह लगा दिया है। उन्होंने कहा कि सोनीपत में गत 31 मार्च को हुई हरियाणा सिविल सर्विसज की परीक्षा के दौरान जिस परीक्षार्थी ने अपने पेपर लीक होने का मुद्दा उठाया था, उसने वहां परीक्षा लेने वालों से लेकर प्रशासन तक को इस बारे में शिकायत दी थी,मगर जब कोई सुनवाई नहीं हुई तो आज उसने यहां पंचकूला में एचपीएससी के दफ्तर में चेयरमैन के दफ्तर में इसकी लिखित शिकायत दर्ज करवायी है। उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ता दिनेश कुमार गौतम ने उनसे भी मुलाकात कर सारी कहानी उन्हें बताई है। उन्होंने कहा कि उसकी बातें सुनने के बाद वह एक निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि जब एक ग्रुप डी की परीक्षा के लिए सभी परीक्षार्थियों का बायोमेट्रिक आधार से वेरिफिकेशन करवाया गया ताकि कोई गलत परीर्थी परीक्षा में ना बैठे तो फिर एचएसपी की परीक्षा में ऐसा कुछ भी क्यों नहीं किया गया। ग्रुप डी की परीक्षा के दौरान प्रत्येक कमरे के अंदर जो भी परीक्षा रूम बनाया गया था, उसमें सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे लेकिन हरियाणा की सबसे बड़ी परीक्षा में ऐसा कुछ भी नहीं किया गया। गु्रप डी की परीक्षा में अंगूठा लगाने हेतु फॉरेंसिक लैब से स्वीकृत स्याही का प्रयोग किया गया था जोकि लगभग 20 साल तक खराब नहीं होती लेकिन इस परीक्षा में सामान्य स्याही का प्रयोग किया गया जोकि अपने आपमें एक प्रश्र है। किसी भी परीक्षा में पेपर बंद लिफाफे में आते हैं और परीक्षा शुरु होने से पहले खाले जाते हैं, मगर गौतम के अनुसार इसमें पहले से ही खुले पेपर बाहर से लाये गये थे।
योगेश्वर शर्मा ने कहा कि हरियाणा की सबसे बड़ी परीक्षा को केवल एक एसडीएम की जांच जोकि खास मायने नहीं रखती, उसी को आधार बनाकर मामला रफा-दफा करने का प्रयास किया जा रहा है। सरकार इस मामले को दबाना चाहती है। मगर आम आदमी पार्टी इस मामले को इतनी आसानी से दबने नहीं ेदगी और सरकार पर दबाब डालेगी कि इस परीक्षा को रद्द किया जाए और पूरे मामले की सीबीआई जांच करवायी जाए अन्यथा पार्टी इस मामले को लेकर सडक़ों पर उतरेगी।
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