राजेश कालिया पर भाजपा ने जताया भरोसा, सतीश कैंथ बने बागी मेयर प्रत्याशी
- सीनियर डिप्टी मेयर के लिए हरदीप, डिप्टी मेयर के लिए कंवर राणा ने भरा नामांकन
- कॉंग्रेस से शीला देवी मेयर, गुरबक्श सीनियर डिप्टी, गुजराल ने भरा डिप्टी मेयर का नामांकन
चंडीगढ़:
नगरनिगम चंडीगढ़ के आगामी 18 जनवरी को होने वाले मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर, डिप्टी मेयर के नांमांकन भरने की अंतिम तिथि 14 जनवरी को भाजपा की तरफ से मेयह के लिए राजेश कालिया सीनियर डिप्टी मेयर पद के लिए हरदीप सिंह डिप्टी मेयर के पद के लिए कंवर राणा ने अपने नामांकन दाखिल किए। एमसी के एडिश्नल कमिश्नर1 आईएस सौरभ मिश्रा के कार्यालय में उन्होंने पने नामांकन दाखिल किए। इस अवसर पर नगर सांसद किरण खेर, मेयर देवेश मोदगिल, पार्टी प्रभारीदिनेश कुमार सहित भारी संख्या में निगम कार्यालय पहुंचे थे। शहर से बाहर के नाते भाजपा संजय टंडन व प्रभात झा उपथित नहीं हो सके।
इसके पूर्व पार्टी कार्यालय कमलन में दोपहर ढाई बजे के बाद दिनेश कुमार ने मेयर प्रत्याशी के रूप में राजेश कालिया का नाम घोषित किया फिर सीनियर डिप्टी मेयर के लिए हरदीप सिंह और डिप्टी मेयर के लिए कमल राणा के नाम की घोषणा की।
अच्छा कैंडीडेट दिया-सांसद
सांसद किरण खेर ने पत्रकारों और पार्टी के कार्यकर्ताओं से कहा कि पार्टी हाई कमान ने अच्छा कैेडिडेट दिया है। एसके साथ इन्हें जीत कि बधाई भी दी। बाद में उन्होंने कहा कि हम लोग अपने-अपने नजरिए से अलग-अलग के बारे में सोचते हैं परंतु दिल्ली पार्टी हाई कमान अमितऔर आन्य वरिष्ठ नेता कुछ और सोचते है फिलहाल जो भी हुआ ठीक हुआ। उनसे पूछा गया था कि पार्टी के पार्षद बागी होकर अलग से नामांकन दे रहे हैं। उनका कहना था कि इसकी जानकारी उन्हें नही है।
कॉंग्रेस ने तीनों पदों के लिए भरे नामांकंन
सबसे पहले कॉंग्रेस के प्रत्याशियों ने निगम कार्यआलय पहुंच कर नामांकन भरे। पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल पूर्व मेयर सुभाष चावला सहित दर्जनों वरिष्ठ नेताओं के साथ एडिश्नल कमिश्नर सौरभ मिश्रा को मेयर पद के लिए शीला देवी, तथा सीनियर डिप्टी मेयर के लिए गुरबक्श रावत, जबकि डिप्टी मेयर के लिए रविंद्र कौर गुजराल ने नामांकन दाखिल किया। कॉंग्रेस पार्षद देंवेंद्र सिंह बबला ने तीनों का नाम प्रसतावित किया।
बागी के रूप में कैंथ बने मेयर प्रत्याशी
सबसे बाद में भाजपा से बागी होकर सतीश कुमार कैंथ ने निर्दलीय के रूप मेयर पद के लिए अपना नामांकन दखिल किया। मीडिया को संबोधित करते हुए कैंथ ने कहा कि गत रविार को को पार्टी कार्यलय में पार्षदों का बहुमत उनके साथ था किंतु इसके वीपरीत राजेश कालिया के नाम की घोषणा की गई।उनका यह भी कहना था कि उन्हे प्रत्याशी बनाने के लिए पहली बार पार्टी ने जाती के आधार पर यानी बाल्मीकि कहकर उनका नाम तय किया गया। जबकी बाल्मीकियों का साथ उन्होंने भी दिया है, उन्होंने कहा कि एक गल्त परंपरा डाली हैं जिसका ावह विरोध करते हैं।
नाम वापस नहीं लेंगे-कैंथ
माडिया द्वारा कुरेदने पर उन्होंने कहा कि किसी भी दबाव में न आकर वह अपना नाम वापस नही लेंगे। उनसे पूछा गया था कि उन्हें पूर्व कॉंग्रेसी होने का खामियाजा तो नहीं भुगतना पड़ा उनका मानना था कि वह एैसा नहीं कह सकते यह तो सांसद से पूछना चाहिए।यह भी बताना जरूरी है कि सांसद कि पसंद कैंथ भी बताए जा रहे थे। किंतु कालिया के 75000 शहर के बाल्मीकि मतदाताओं के दबाव के आगे मेयर प्रतिष्ठित पद के लिए पार्टी हाई कमान कि मुहर लगाई गई।
गत वर्ष के चुनाव में भी बागियों ने भरे थे नामांकन
विगत वर्ष 2018 के मेयर चुनाव में भई पूर्व मेयर आशा जसवाल व रविकांत शर्मा ने मोदगिल के खिलाफ बागी के रूप में नामांकन भरा था किंतु पार्टी के दबाव के चलते बाद में उन्हें नामांकन वापस लेना पड़ा था और मोदगिल भारी तों से जीत कर मेयर बने थे।
Leave a Reply
Want to join the discussion?Feel free to contribute!