जाट आरक्षण के दौरान हुई हिंसा व आगजनी के लिए भाजपा सरकार जिम्मेदार है : कृष्णमूर्ति हुड्डा

चण्डीगढ़: 24 दिसम्बर, 2018
हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता व पूर्व मंत्री कृष्णमूर्ति हुड्डा ने सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर पर पलटवार करते हुए कहा कि मनीष ग्रोवर तो बिना सिर पैर की बात कर रहे हैं, वह सस्ती लोकप्रियता पाने का हथकंडा है तथा सच्चाई को छिपाने का प्रयास है। जाट आरक्षण के दौरान हुई हिंसा व आगजनी के लिए भाजपा सरकार जिम्मेदार है। भाजपा सरकार द्वारा नियुक्त उत्तर प्रदेश के रिटायर्ड पुलिस अधिकारी प्रकाश सिंह की रिपोर्ट से सिद्ध होता है कि भाजपा की पूरी सरकार उस समय की हिंसा, आगजनी व लूटपाट के लिए पूरी तरह से दोषी है। प्रकाश सिंह कमेटी की रिपोर्ट में साफ-साफ लिखा है कि मुख्यमंत्री, उनके मन्त्री व विधायक दोषी हैं। प्रकाश सिंह कमेटी ने उन सभी पुलिस अधिकारियों व उन सभी प्रशासनिक अधिकारियों को दोषी ठहराया है, जो उस समय कार्यरत थे। लेकिन भाजपा सरकार ने अपने ही नियुक्त किये प्रकाश सिंह कमीशन की रिपोर्ट को लागु न करके हरियाणा की जनता के साथ विश्वासघात किया है। प्रकाश सिंह आयोग की रिपोर्ट को यदि राज्य सरकार लागु करती तो मुख्यमंत्री, उनके मन्त्रियों, पुलिस व प्रशासनिक अफसरों पर कार्रवाई होती और वे जेल जाते।
कृष्णमूर्ति हुड्डा ने कहा कि आगजनी, लूटपाट व हिंसा के समय दुकानों से लाखों रूपये का चोरी व लूटा हुआ सामान हरियाणा के सहकारिता मन्त्री मनीष ग्रोवर के मुख्य सुरक्षा अधिकारी के घर से बरामद हुआ और समाचार पत्रों में उस समय उसके चित्र भी देखे गये। लेकिन सत्ता के नशे में चूर सहकारिता मन्त्री ने अपने सुरक्षा अधिकारी के बेटे को लूटपाट के मामले में बचा लिया। पूर्व मंत्री ने कहा कि जब आरक्षण आन्दोलन के दौरान लूटपाट में भाजपा के सहकारिता मंत्री के मुख्य सुरक्षा अधिकारी के बेटे संलिप्त थे तो निश्चित तौर पर शहर को जलाने में भी उनकी भूमिका हो सकती है। लेकिन सहकारिता मंत्री के दबाव में लूटपाट करने वालों की गहन जाँच नहीं हो सकी। इस पूरे मामले की दोबारा जाँच होनी चाहिए और सहकारिता मंत्री को किसी पर आरोप लगाने से पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। रोहतक शहर की लूटपाट का सारा सामान सहकारिता मंत्री के मुख्य सुरक्षा अधिकारी के बेटे के पास पुलिस ने बरामद किया था तो फिर कांग्रेस के नेता कहाँ दोषी हैं ? सबूत के तौर पर पुलिस की एफआईआर की कॉपी इस प्रेस नोट के साथ भेजी जा रही है, जिससे स्थिति बिल्कुल साफ हो जाती है। भाजपा के शहर के विधायक व सहकारिता मन्त्री उस समय अपने चुनाव क्षेत्र के लोगों को राम भरोसे आग की लपटों में छोड़ गये थे। स्थानीय विधायक व सहकारिता मन्त्री का तीन दिन तक कोई अता पता नहीं था। मन्त्री जी अपने बच्चों को लेकर शहर छोड़ गये थे। पूरे हरियाणा ने इस नजारे को टीवी व समाचार पत्रों के माध्यम से देखा, लेकिन बड़े शर्म की बात है कि भाजपा के मुख्यमंत्री व मंत्री उस पूरी घटना के लिए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं, जबकि हकीकत कुछ और है। भाजपा के हरियाणा के मुख्यमंत्री व मंत्रियों को इस बयान पर माफी मांगनी चाहिये।
पूर्व मंत्री ने कहा कि पांच नगर निगम के चुनाव में भाजपा ने बड़े निम्न व छोटे स्तर की राजनीति की है। भाजपा ने जातपात का नारा लगा कर मतदाताओं को गुमराह किया है। भाजपा सरकार ने हरियाणा में छल की राजनीति करके भारत के संविधान के खिलाफ काम किया है। कांग्रेस पार्टी चुनाव में नहीं थी, लेकिन पार्टी ने कुछ प्रत्याशियों का समर्थन किया था। भाजपा सरकार ने हरियाणा में कोई विकास नहीं किया, लेकिन भाजपा ने निम्न स्तर की राजनीति करके मतदाताओं को प्रभावित करने का काम किया है। मैं हरियाणा की जनता से अपील करता हूँ कि वह भाजपा सरकार के झांसे में न आये। कांग्रेस पार्टी का 132 वर्ष का पुराना इतिहास रहा है और आजादी की लड़ाई में उस समय के नेताओं ने आजादी के लिए कुर्बानियां दी, फांसी के फन्दे चूमे व जेलों में रहे। लेकिन भाजपा के किसी नेता ने आजादी की लड़ाई में हिस्सा नहीं लिया। कांग्रेस पार्टी निश्चित तौर पर आगामी लोकसभा व विधानसभा के चुनावों के लिए तैयार है और पार्टी हरियाणा की सभी लोकसभा सीटें जीतेगी व विधानसभा में भी पार्टी भारी बहुमत प्राप्त करेगी।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि मेयर के चुनाव में रोहतक जिले के पहरावर गांव में सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर ने विवादित बयान दिया था और कहा था कि वो हथियार भी उपलब्ध करवायेंगे, बन्दूक भी देंगे व पैसे देने की भी बात की थी, लेकिन राज्य चुनाव आयोग व पुलिस ने उन पर कोई मुकदमा दायर नहीं किया। इससे यह बात साफ सिद्ध होती है कि भाजपा सरकार अपने मंत्री को बचा रही है। यदि मंत्री के सुरक्षा अधिकारी से गहन पूछताछ होती तो भाजपा की दंगों में भूमिका का पता चलता और उनका असली चेहरा जनता के सामने आता। सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर के मुख्य सुरक्षा अधिकारी देवेन्द्र यादव के बेटे पर एफआईआर नं. 126 दिनांक 25.2.2016 (एफआईआर की प्रति संलग्न) सिविल लाईन थाने में दर्ज हुई। उसके घर से लूट की 31 जैकेट, 13 पैंट, 45 शर्ट, 6 जोड़ी जूते, 12 बोतल आईबी, 12 बोतल रायल स्टैग, 5 बोतल सिग्नेचर, 3 बोतल मैजिक मूवमैंट, 48 पव्वे एंटीक्यूटी बल्यू, 18 पव्वे बलैंडर पराईड पुलिस ने बरामद किये और पुलिस ने भाजपा सरकार के दबाव में केस रफादफा कर दिया। लाखों रूपये का लूटा हुआ सामान मनीष ग्रोवर के मुख्य सुरक्षा अधिकारी के बेटे के घर से मिलना यह साबित करता है कि लूट-खसूट में वे प्रमुख रूप से शामिल थे। अतः सहकारिता मंत्री व उनके सुरक्षा अधिकारी पर अपराधिक व देशद्रोह का मुकदमा दर्ज होना चाहिये।


0 replies

Leave a Reply

Want to join the discussion?
Feel free to contribute!

Leave a Reply