दिवयांग कुछ कमियों के रहते भी पूर्ण, उनके स्वरोजगार के लिए ऋण उपलब्ध: जांगड़ा

हरियाणा पिछड़े वर्ग एवं आर्थिक रूप से कमजोर कल्याण निगम के अध्यक्ष श्री रामचंद्र जांगड़ा ऋण वितरित करते हुए व कार्यक्रम को संबोधित करते हुए।

पंचकूला, 18 दिसंबर:
हरियाणा पिछड़े वर्ग एवं आर्थिक रूप से कमजोर कल्याण निगम के अध्यक्ष रामचंद्र जांगड़ा ने कहा कि विकलांगता कोई अभिशाप नहीं है। परमात्मा ने शरीर के किसी अंग में कुछ कमी दी और बाकि शरीर संपूर्ण है, वह शक्स भी चुनौतियों का सामना करते हुए आगे बढ़ सकता है।
जांगड़ा हरियाणा पिछड़े वर्ग एवं आर्थिक कल्याण निगम द्वारा दिव्यांग व्यक्तियों को अपना स्वयं का रोजगार स्थापित करने हेतू निगम कार्यालय के परिसर में आयोजित ऋण वितरण समारोह में उपस्थित दिव्यांगजनों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने उदहारण देते हुए कहा कि हरियाणा की एक दिव्यांग बेटी ने पैरा ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतकर यह सिद्ध किया है कि आगे बढ़ने में दिव्यांगता किसी प्रकार की रुकावट नहीं है। उन्होंने कहा कि निगम द्वारा पिछड़े वर्ग, अल्प संख्यक समुदाय एवं दिव्यांग व्यक्तियों को स्वयं रोजगार हेतू विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के तहत कम ब्याजदर व आसान किस्तों पर ऋण प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार व राज्य सरकार दिव्यांग व्यक्तियों के प्रति संवेदनशील हैं। उनके बेहतर भविष्य के लिये विभिन्न स्कीमों के तहत ऋण प्रदान किया जा रहा हैं।
निगम के पास फंड की कोई कमी नहीं है। सैकड़ों करोड़ रुपया ऋण के रूप में वितरित किया जा चुका है। निगम द्वारा स्वयं रोजगार के लिये 50 हजार से लेकर दस लाख रुपये का ऋण दिया जा रहा है और केंद्र सरकार द्वारा तो 25 करोड़ रुपये तक का ऋण उपलब्ध करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शत प्रतिशत दिव्यांग व्यक्ति को भी निगम की ओर से ऋण उपलब्ध करवाया जा रहा है ताकि उसके परिवार का कोई भी सदस्या अपना रोजगार स्थापित कर सकता है। उन्होंने कहा कि आज 52 व्यक्तियों को स्वयं का रोजगार स्थापित करने के लिये 29 लाख 50 हजार रुपये के ऋण दिये जा रहे है। इन 52 व्यक्तियों में 7 दिव्यांगजनों को एक-एक लाख रुपये तथा 45 दिव्यांगजनों को 50-50 हजार रुपये के ऋण दिये गये। उन्होंने लाभार्थियों से कहा कि वे इस ऋण का सही उपयोग करें और जीवन में आगे बढ़े। निगम का उद्देश्य शहर व नगर क्षेत्रों में ब्याजखोरो से छुटकारा दिलाने के लिये आसान किस्तों पर आसान ब्याजदर पर ऋण उपलब्ध करवा प्रोत्साहित करना है।
इस अवसर पर निगम के प्रबंध निदेशक प्रवीन कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि यह ऋण की शुरुआत है। यदि आप अपने कार्य का और अधिक विस्तार करेंगे तो निगम की ओर से दस लाख रुपये तक का ऋण उपलब्ध करवाया जायेगा।
इस अवसर पर निगम के जिला प्रबंधक नरेश कुमार, क्षेत्रिय अधिकारी बाबूलाल, जिला समाज कल्याण अधिकारी विशाल सैनी, सहायक लोकसंपर्क अधिकारी सितेंद्र राणा, हरियाणा अनुसूचित जाति वित एवं विकास निगम के डीईओ महेश कुमार भी उपस्थित थे।
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