पटेल के गुरु महात्मा गांधी की मूर्ति क्यों नहीं बनवा रही BJP: शशि थरूर


  • कांग्रेस मूर्तिपूजा में विश्वास नहीं करती इसीलिए शायद इतने सालों तक सत्ता में रहने के बावजूद उन्होंने गांधी कि मूर्ती इन्हीं बनवाई

  • अहिंसा वादी गांधी के नाम कि मलाई खाने वाली कांग्रेस के शशी थरूर आपातकाल में जन साधारण कि तो बात ही छोड़ दें जन प्रतिनिधियों पर ढाए अहिंसात्मक कहर को भूल गये

  • अपनी पत्नी कि अहिंसात्मक मृत्यु और उसी कि हत्या के अरूप झील रहे थरूर को सब कुछ माफ़ 


कांग्रेस के नेता शशि थरूर कि पटेल कि मूर्ती पर कि गयी बयानबाजी पर तीखी प्रतिक्रिया आई है, लोगों ने शशि थरूर को निशाना साधते हुए पूछा कि वाकई कांग्रेस गाँधी कि विचारधारा पर चलने वाली पार्टी है या फिर वह गाँधी के नाम का सिर्फ इस्तेमाल करती रही?

अपने अभिव्यक्ति कि आजादी का प्रयोग करते हुए एक नागरिक ने कहा “अपनी पत्नी कि अहिंसात्मक मृत्यु और उसी कि हत्या के अरूप झील रहे थरूर को सब कुछ माफ़”

 

सनद रहे, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने सवाल उठाया है कि अगर बीजेपी सरदार पटेल की मूर्ति बनवा सकती है तो महात्मा गांधी की क्यों नहीं, वो तो सरदार पटेल के गुरु थे.

थरूर ने ये बात तिरुवनंतपुरम के कांग्रेस कमिटी ऑफिस में हुए एक प्रोग्राम के दौरान कही. उन्होंने कहा कि पूरे देश में महात्मा गांधी की इतनी विशालकाय मूर्ति नहीं है. संसद में एक मूर्ति है लेकिन उनके शिष्य सरदार वल्लभभाई पटेल की मूर्ति 182 मीटर ऊंची मूर्ति बनाई गई है. फिर जब उनके शिष्य की मूर्ति बनवाई गई है, तो उनके गुरु की मूर्ति क्यों नहीं बनवाई गई है?

थरूर ने कहा कि पटेल बहुत सादगी भरे शख्स थे और उन्हें गांधीजी के शिष्य के तौर पर जाना जाता था.

उन्होंने सवाल उठाया कि ‘क्या ये सही है कि ऐसे शख्स की इतनी भीमकाय और महंगी मूर्ति बनवाना उचित है, जो सादगी की मूर्ति और गांधीवादी था और हमेशा गरीबों के साथ चला?’

थरूर ने कहा कि बीजेपी के पास इस सवाल का कोई जवाब नहीं है. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी के नेता महात्मा गांधी में इसलिए विश्वास नहीं करते क्योंकि वो अहिंसावादी थे. उन्होंने ये भी कहा कि बीजेपी ने महान राष्ट्रीय नेताओं को ‘हाईजैक’ कर लिया है क्योंकि उनके इतिहास में कोई ऐसा नेता नहीं है. उन्होंने कहा कि सरदार पटेल कांग्रेसी नेता थे. उन्होंने गांधीजी के साथ काम किया और कांग्रेस को मजबूत किया.

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को गुजरात के नर्मदा जिले में सरदार सरोवर बांध के पास एक छोटे से टापू साधु बेट पर बनी दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति 182 मीटर ऊंचे सरदार वल्लभभाई पटेल की मूर्ति का उद्घाटन किया.

एक ओर भारत को दुनिया की सबसे बड़ी मूर्ति मिली है, वहीं देश में कई लोगों ने सबका ध्यान नर्मदा जिले के पिछड़ेपन और समस्याओं की ओर भी ये कहते हुए ध्यान दिलाया है कि यहां शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार जैसी बुनियादी सुविधाएं भी नहीं मयस्सर हैं, जबकि केंद्र सरकार ने यहां इस प्रोजेक्ट पर करोड़ों रुपए खर्च कर दिए हैं.

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