Sunday, December 21

डेमोक्रेटिक फ्रंट
सारिका तिवारी

मनरेगा पर हमला बर्दाश्त नहीं, भाजपा इतिहास से डरती है : रविंद्र रावल
पंचकूला।
मनरेगा के नाम में बदलाव की साजिश के खिलाफ रविवार को पंचकूला की सड़कों पर कांग्रेस का गुस्सा फूट पड़ा। सेक्टर-16 चौक पर कांग्रेस कार्यकर्ता सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सड़क पर उतरे। प्रदर्शन का नेतृत्व जिला कांग्रेस प्रधान संजय चौहान और पूर्व चेयरमैन रविंद्र रावल ने किया। हालात को देखते हुए पुलिस को भारी सुरक्षा व्यवस्था करनी पड़ी।
प्रदर्शन को संबोधित करते हुए पूर्व चेयरमैन रविंद्र रावल ने भाजपा सरकार पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा इतिहास से डरती है, इसलिए वह गांधी का नाम मिटाने पर तुली हुई है।
रावल ने तीखे शब्दों में कहा, “जो सरकार आज मनरेगा से गांधी को हटाना चाहती है, वह यह भूल रही है कि गांधी किसी फाइल में दर्ज नाम नहीं, बल्कि देश की आत्मा हैं। भाजपा सरकार इतिहास नहीं, सच नहीं और संघर्ष नहीं मिटा सकती।”
उन्होंने आरोप लगाया कि मनरेगा गरीबों की जीवनरेखा है और इसे कमजोर करना सीधे तौर पर मजदूरों, किसानों और महिलाओं पर हमला है। “यह संविधान पर हमला है, सामाजिक न्याय की हत्या है और गरीबों के पेट पर लात है,” रावल ने कहा।
भाजपा बेरोजगारी बढ़ाने पर आमादा
कांग्रेस नेता ने कहा कि 2005 में कांग्रेस सरकार ने मनरेगा के जरिए ग्रामीण भारत को रोजगार की कानूनी गारंटी दी थी। 100 दिन के काम ने करोड़ों परिवारों को भुखमरी से बचाया, पलायन रोका और महिलाओं को आर्थिक ताकत दी।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार जानबूझकर इस योजना को कमजोर कर रही है ताकि गरीब फिर मजबूर हो जाए और पूंजीपतियों की तिजोरियां भरती रहें।
रावल ने चेतावनी दी कि कांग्रेस भाजपा के इस जनविरोधी फैसले को किसी भी कीमत पर लागू नहीं होने देगी। “अगर सरकार ने गरीबों से उनका हक छीना, तो कांग्रेस सड़क से संसद तक आर-पार की लड़ाई लड़ेगी,” उन्होंने कहा।
प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने भाजपा सरकार के खिलाफ नारे लगाए और मनरेगा से छेड़छाड़ बंद करने की मांग की।