Thursday, May 29
  • अंबाला शहर की जनता गटर का पानी पीने को मजबूर, फैल सकती है भयंकर बीमारी, प्रशासन ने बांधी हुई है पट्टी : वीरेश शांडिल्य
  • वीरेश शांडिल्य बोले: 15 साल पहले अंबाला शहर में फैला था गंदा पानी पीने से डायरिया, हाईकोर्ट में डाली थी उन्होंने जनहित याचिका आया था जनता के हक में फैसला

डेमोक्रेटिक फ्रंट, अंबाला – 27 मई :

एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने कहा अंबाला शहर की जनता अनाथ व लावारिस बन चुकी है और पीने के पानी को लेकर हाहाकार मची हुई है लेकिन अंबाला के डीसी सहित तमाम संबंधित अधिकारी आंखो पर पट्टी बांधे बैठे हैं। वीरेश शांडिल्य ने कहा न केवल अंबाला शहर में पीने के पानी के कारण त्राहि त्राहि मची हुई है बल्कि अंबाला शहर के काजीवाड़ा सहित कई मोहल्लों में पीने का पानी गटर का आ रहा है लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है। वीरेश शांडिल्य ने कहा कि यदि समय रहते पानी की सप्लाई सुचारू न हुई और लोगों को गटर का पानी पीने से निजात न मिली तो उनका संगठन एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर करेगा। वीरेश शांडिल्य ने कहा कि आज से 15 साल पहले जब अंबाला में डायरिया फैला था और लोग गंदा पानी पीने को मजबूर थे तो उनके संगठन एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया ने जनहित याचिका दायर की थी जिस पर पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट ने अहम फैसला दिया था यदि अंबाला के डीसी सहित निगम के अधिकारियों व पब्लिक हेल्थ के अधिकारियों ने जनता को साफ सुथरा पानी उपलब्ध न करवाया तो वह हाई कोर्ट में कंटेम्ट पटीशन भी दायर करेंगे। 

एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने कहा कि गंदा पानी व गटर का पानी पीने को लेकर लोग मजबूर हैं और कई दिनों से कड़कती गर्मी में लोगों को पानी नहीं मिल रहा और अंबाला प्रशासन अंबाला की जनता की कोई सुध नहीं ले रहा सिर्फ अखबारों के ब्यानों तक प्रशासनिक अधिकारियों का दिखावा है। उन्होंने कहा कि उन्होंने सोमवार रात को पब्लिक हेल्थ के एसई से बात की और बताया कि अंबाला शहर में न केवल पानी की किल्लत चल रही है बल्कि अंबाला शहर की जनता गटर का पानी पीने को मजबूर है। वीरेश शांडिल्य ने अंबाला के डीसी सहित तमाम संबंधित प्रशासनिक अधिकारियों को कहा कि तुरंत दोषी अधिकारियों व कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए जिनके कारण अंबाला की जनता गटर का पानी पी रही है। जबकि उन्होंने 15 साल पहले हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर कर पीने के पानी के पाइप सीवरेज से अलग करवाए थे लेकिन आज स्थिति यह है कि अंबाला के प्रशासनिक अधिकारियों को न तो जनता की फिक्र है न ही हाईकोर्ट का डर है। वीरेश शांडिल्य ने कहा कि वह किसी कीमत पर भी वह न गटर का पानी पीने देंगे न पानी की किल्लत झेलने देंगे।