Wednesday, May 14

आशीष राजपूत, डेमोक्रेटिक फ्रंट, गुरुग्राम, 13 मई  :

राष्ट्रीय राजनीतिक विज्ञान परिषद नें दीनदयाल उपाध्याय शोध पीठ, सीसीएस विश्वविद्यालय के साथ राजनीतिक विज्ञान विभाग, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ में 10 और 11 मई को दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित की जिसमें विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति, प्रोफेसर्स और शोधार्थी सम्मलित हुए। इसी संगोष्ठी में शोधार्थी आशीष राजपूत द्वारा विश्व शांति का भारतीय मार्ग – एकात्म मानवदर्शन की प्रासंगिकता विषय पर शोधपत्र प्रस्तुत किया गया। दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानवदर्शन को केंद्र में रख आयोजित हुई इस राष्ट्रीय संगोष्ठी में विभिन्न राज्यों व विश्वविद्यालयों के शोधार्थियों नें हिस्सा लिया व शोधपत्र प्रस्तुत किये। 

गुरुग्राम विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर कर मेरठ विश्वविद्यालय में शोधार्थी आशीष राजपूत गुरुग्राम से संबंध रखते हैं और राजनीतिक विज्ञान में डिकोलोनाइज़िंग इंडियन माइंडस विषय पर पीएचडी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि विश्व में शांति स्थापना में भारतीय विचार कैसे उपयोगी हैं और एकात्म मानवदर्शन उसी शांति मार्ग को तैयार करता है, उनका शोधपत्र दर्शाता है। उन्होंने बताया कि पूर्व कुलपति महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय, मोतिहारी एवं वर्तमान में विभागाध्यक्ष राजनीतिक विज्ञान एवं डीन अकैडमिक प्रोफेसर संजीव कुमार शर्मा के मार्गदर्शन में लगातार भारतीय ज्ञान परंपरा पर कार्य किया जा रहा है और शोधार्थियों को इस विषय पर कार्य करने को प्रोत्साहित किया जा रहा है।