Tuesday, April 1

गुरु जम्भेश्वर विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार
गुजविप्रौवि में पहली बार लगी विद्यार्थियों द्वारा बनाए गए फोटोग्राफ की प्रदर्शनी

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार, 27 मार्च :

गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार (गुजविप्रौवि) में विश्वविद्यालय के फोटोग्राफी क्लब ‘प्रतिबिंब’ के सौजन्य से दो दिवसीय फोटोग्राफी प्रतियोगिता एवं प्रदर्शनी का शुभारंभ किया गया।  विश्वविद्यालय के चौधरी रणबीर सिंह सभागार में लगाई गई इस प्रदर्शनी में विश्वविद्यालय की हरियाली, लैंडस्केप, फूल-पौधों, इमारतों तथा जीव-जंतुओं से जुड़े सुबह, शाम, दोपहर व किसी भी समय लिए गए छायाचित्रों को शामिल किया गया है।  इस प्रदर्शनी-कम-प्रतियोगिता में विद्यार्थियों के साथ-साथ शौकिया व प्रोफेशनल फोटोग्राफर भी भाग ले रहे हैं।  विश्वविद्यालय में लगाई गई यह अब तक की पहली फोटो प्रदर्शनी-कम-प्रतियोगिता है।
इस शानदार फोटो प्रदर्शनी का उद्घाटन विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. विजय कुमार, डीन स्टूडेंट वेलफेयर प्रो. योगेश चाबा, कुलपति के तकनीकी सलाहकार प्रो. विनोद छोकर व कुलपति के तकनीकी सलाहकार एचआरएम प्रो. संदीप राणा ने विशिष्ट अतिथि के रूप में किया।  कार्यक्रम की अध्यक्षता फोटोग्राफी क्लब ‘प्रतिबिंब’ के सलाहकार प्रो. संजीव कुमार ने की।  
विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. विजय कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि फोटोग्राफी केवल एक कला नहीं, बल्कि अभिव्यक्ति का एक सशक्त माध्यम भी है। यह प्रतियोगिता विद्यार्थियों को अपनी रचनात्मकता और दृष्टिकोण को उजागर करने का शानदार अवसर प्रदान करती है। विश्वविद्यालय में इस प्रकार के आयोजनों को निरंतर प्रोत्साहित किया जाएगा।  फोटोग्राफी हमारे भावों को प्रतिबिंबित करती है।  एक अच्छा फोटोग्राफ कई कहानियां कह सकता है।
 डीन स्टूडेंट वेलफेयर प्रो. योगेश चाबा ने कहा कि प्रतियोगिता में आई प्रविष्टियां दिखाती हैं कि हमारे विद्यार्थी कितने प्रतिभाशाली और रचनात्मक हैं। यह न केवल उनके फोटोग्राफी कौशल को निखारने का मंच प्रदान करता है, बल्कि उनकी दृष्टि को भी व्यापक बनाता है।
कुलपति के तकनीकी सलाहकार प्रो. विनोद छोकर ने प्रतियोगिता के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिताएं विद्यार्थियों को तकनीकी व कलात्मक दृष्टि से परिपक्व बनाती हैं।
कुलपति के तकनीकी सलाहकार एचआरएम प्रो. संदीप राणा ने विद्यार्थियों के उत्साह की सराहना करते हुए कहा कि फोटोग्राफी केवल एक तस्वीर खींचने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक कहानी कहने और भावनाओं को व्यक्त करने की कला है।
कार्यक्रम में फोटोग्राफी क्लब ‘प्रतिबिंब’ के मेंटर डॉ. मिहिर रंजन पात्रा और ‘प्रतिबिंब’ के सलाहकार प्रो. संजीव कुमार की विशेष भूमिका रही। उन्होंने बताया कि इस प्रतियोगिता को प्रतिभागियों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली, जिसमें 100 से अधिक प्रविष्टियां प्राप्त हुई और 500 से अधिक फोटो प्रस्तुत किए गए।
प्रतियोगिता में फोटोग्राफी की विविध श्रेणियों को शामिल किया गया, जिनमें प्रकृति, वास्तुकला, भावनात्मक अभिव्यक्ति, दैनिक जीवन और अन्य विषय प्रमुख रहे।  पुरस्कार वितरण समारोह शुक्रवार को होगा।  कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई इस अवसर पर मुख्यातिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे।
छात्र क्लबों के माध्यम से कलात्मक और रचनात्मक गतिविधियों को मिलेगा बढ़ावा
प्रो. संजीव कुमार ने बताया कि इस अवसर पर विश्वविद्यालय ने घोषणा की कि फोटोग्राफी के साथ-साथ अन्य रचनात्मक गतिविधियों को भी बढ़ावा देने के लिए विभिन्न छात्र क्लबों को सक्रिय रूप से शामिल किया जाएगा। विश्वविद्यालय में संचालित विभिन्न क्लबों के माध्यम से संगीत, नृत्य, साहित्य, थिएटर, पर्यावरण संरक्षण, नवाचार, उद्यमिता, फाइन आर्ट्स और साहसिक खेलों जैसी गतिविधियों को भी प्रोत्साहित किया जाएगा।  इस संदर्भ में फोटोग्राफी क्लब ‘प्रतिबिंब’, संगीत एवं गायन क्लब ‘गूंज’, नृत्य क्लब ‘झंकार’, साहित्यिक क्लब ‘उद्घोष’, क्रिएटिव इंफ्लुएंसर क्लब ‘नवचेतना’, पर्यावरण क्लब ‘वसुंधरा’, उद्यमिता एवं स्टार्टअप क्लब ‘उद्यमिता’, फाइन आर्ट्स क्लब ‘अभिव्यंजना’, थिएटर क्लब ‘नाट्यशाला’, माउंटेनियरिंग और एडवेंचर क्लब ‘प्राक्रम’ क्लब विशेष रूप से सक्रिय भूमिका निभाएंगे।