- चर्च का सहारा लेकर एवं झूठे चमत्कार दिखा कर भोले भाले लोगों को गुमराह करने की निंदा की सुखविंदर गिल ने
- ईसाई लीडरशिप उतरी रेप पीड़िता व सरबजीत रॉकी के पक्ष में
डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 11 मार्च :
कैथोलिक चर्च के सदस्य व मसीह एकता सभा के महासचिव सुखजिंदर गिल ने संस्थाओं के पदाधिकारियों के साथ बैठक की व अपराध करके धर्म की आड़ लेने की निंदा करते हुए पंजाब बंद करने की अपील का विरोध किया है व रेप पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए उसके पक्ष में खड़े होने का ऐलान किया है।
सुखजिंदर गिल, जो समाजसेवी संस्था जनहित समाज सेवा के अध्यक्ष भी हैं, ने कहा कि पिछले दिन एक एनजीओ संचालक सरबजीत रॉकी द्वारा रेप पीड़िता को इंसाफ दिलाने के लिए प्रेस वार्ता की गई पर इन कथित फर्जी डेरा संचालकों द्वारा सरबजीत रॉकी पर ही इल्जाम लगाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरबजीत रॉकी एक सम्मानित व्यक्ति है। उन्होंने महामारी करोना के दौरान भी खूब काम किया व जहां पुलिस-प्रशासन भी नहीं पहुंच नहीं पाए, वहां जाकर उन्होंने राहत सामग्री पहुंचाई थी। पहले भी इन पर डेरे द्वारा झूठे मुकदमे दायर किए गए हैं क्योंकि वह हमेशा अंधविश्वास के खिलाफ लड़ाई लड़ते रहे हैं। उन्होंने कहा कि ईसाई लीडरशिप सरबजीत रॉकी को सम्मानित करेगी और पीड़िता के पक्ष में साथ देंगे। यह कथित डेरा संचालक ईसाई समाज का हिस्सा नहीं हैं।
गिल ने कहा कि पंजाब के हर जिले में इन झूठे नबियों (पास्टर) का बोलबाला है। यह लोग ईसाई धर्म की आड़ में सोशल मीडिया पर झूठे चमत्कार और भविष्यवाणियों की वीडियो बना भोले-भाले लोगों को अपने डेरे में बुला कर उनका आर्थिक और औरतों का शारीरिक शोषण कर रहे हैं। पिछले कुछ ही दिनों में अपने आप बने पास्टर पर औरतों के शोषण और भूत प्रेत निकालने की नाम पर डंडो से जान से मारने के मुकदमे दर्ज हुए हैं। यह घटनाएं दिन प्रति दिन बढ़ रही है। उन्होंने पंजाब सरकार और पंजाब माइनॉरिटी कमीशन से मांग की है कि इनके सोशल मीडिया अकाउंट सील किए जाएँ और सोसाइटी एक्ट द्वारा जो यह संस्थाएं बनाते हैं, उनमें कड़े संशोधन किए जाएँ।