तरसेम दीवाना, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हुशियारपुर, 05 मार्च :
शिव सेना हिंद की एक विशेष बैठक आयोजित की गई । इस अवसर पर बैठक में विशेष रूप से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष निशांत शर्मा उपस्थित हुए।
इस मौके निशांत शर्मा ने कहा कि बड़े ही दुख की बात हैं कि डेरा प्रेमी गुरदीप हत्याकांड में आरोपी हिंदुओं का हत्यारा जग्गी जोहल को अदालत ने बरी कर दिया हैं शिव सैना हिन्द इस फैंसले की सख्त शब्दों में निंदा करती हैं।
उन्होंने बताया कि मोगा में अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश की अदालत ने 4 मार्च को आठ साल पुराने गुरदीप हत्याकांड मामले में नौ में से छह आरोपियों को बरी कर दिया। यह मामला गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए), शस्त्र अधिनियम और आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत बाघापुराना थाने में दिसंबर 2016 में दर्ज किया गया था। उन्होंने बताया कि कई आतंकी गतिविधियों में आरोपी ब्रिटेन निवासी जगतार सिंह जोहल उर्फ जग्गी, पर कथित तौर पर पंजाब में आतंकवाद को पुनर्जीवित करने और हत्याओं का प्रयास करने के आरोप लग चुके हैं। उन्होंने कहा कि बड़ी हैरानी वाली बात हैं कि 56 गवाहों को पेश करने के बावजूद अभियोजन पक्ष अपने मामले को संदेह से परे साबित करने में विफल रहा, जिसके कारण छह आरोपियों को बरी कर दिया गया। उन्होंने बताया कि जगतार सिंह जौहल पर विशेष रूप से एनआईए कोर्ट में सात अन्य आपराधिक मामले चल रहे हैं।उन्होंने सरकार से मांग की हैं कि वह जग्गी जोहल के खिलाफ अदालत से आए फैंसले के खिलाफ हाइ कोर्ट में याचिका दायर करे और जग्गी जोहल को तिहाड़ जेल से बाहर न आ सके उस के लिए सरकार अपनी तरफ से भी ठोस कदम उठाए।
शर्मा ने बताया कि जग्गी जोहल पर जालंधर में हुए आरएसएस नेता ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) जगदीश गगनेजा हत्याकांड के साथ साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नेता रविंदर गोसाईं तथा पादरी सुल्तान मसीह की हत्याओं का वी आरोप है।
इस लिए ऐसे कथित आरोपी को किसी भी कीमत पर जेल की सलाखों से बाहर निकालना पंजाब ही नहीं पूरे देश एवं समाज के लिए खतरा हैं।
निशांत शर्मा ने यह भी मांग की हैं कि डेरा प्रेमी हत्याकांड में जो भी इंक्वारी अफसर थे उन के खिलाफ जांच करके कार्रवाई की जाए क्यों कि हमे ऐसा अंदेशा है कि जग्गी जोहल की तरफ से इंक्वारी ऑफिसर्स और गवाहों को पैसों का लालच देकर या डराया धमकाया गया है। इसी वजह से जग्गी जोहल के खिलाफ अदालत में सबूत पेश नहीं किए गए जिस से जग्गी जोहल दोषी साबित हो सके। इसी वजह से हिंदुओं का हत्यारा दरिंदा आतंकी जग्गी जोहल को अदालत द्वारा बरी किया गया है जो कि बेहद दुखद बात हैं।