सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर, 26 फ़रवरी :
शिवरात्रि का महापर्व जिले के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में धूमधाम, श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया। शिवरात्रि को लेकर सुबह 3 बजे से ही श्रद्धालुओं की करें मंदिरों में लगनी शुरू हो गई थी। जिले के प्राचीन शिवालयों में तो शिवरात्रि को दिन भर श्रद्धालुओं की भीड़ रही तथा शाम को हुए कार्यक्रमों में भी सारी रात लोग उपस्थित रहे। प्राचीन महाभारत कालीन शिव मंदिर भटोली में तो पिछले तीन दिनों से लगातार श्रद्धालुओं का तांता लग रहा है और शिवरात्रि पर तो लाखों की संख्या में श्रद्धालु देश-विदेश से पहुंचे। श्रद्धालुओं की लंबी लंबी कतारें दिन भर लगी रही। हर कोई भगवान शिव की पिंडी के दर्शन एवं जल अभिषेक करने को उत्सुक रहा। मंदिर प्रबंधन समिति के सदस्य खुद ही सेवादार बनाकर लोगों की सेवा कर रहे थे और सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस के भी पुख्ता इंतजाम थे। खुद थाना प्रभारी भी मौके पर तैनात रहे और पूरी टीम दिनभर यहां उपस्थित रही। भटौली
शिव मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित जितेंद्र गौतम शास्त्री ने इस बारे में बताया कि यहां तो पिछले दो दिनों से श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है और आज तो सुबह 3 बजे से ही श्रद्धालुओं की कतार लगनी शुरू हो गई थी। शास्त्री जी का कहना था क्या यह महाभारत कालीन मंदिर है और मंदिर का इतिहास पांडवों से जुड़ा हुआ है। भगवान शिव ने उन्हें यहां पर अज्ञातवास के दौरान दर्शन दिए थे और एक ज्योति के रूप में यही पर समा गए थे वही यह पिंडी है जिसकी पूजा की जाती है। उन्होंने बताया कि इस पिंडी का रहस्य यह है कि इस 70 मीटर तक खोदकर देखा गया है लेकिन इसका आदि कहां है इस बारे में आज तक नहीं पता चला। उन्होंने बताया कि यदि मान्यता की बात की जाए तो देश-विदेश से यहां श्रद्धालु पहुंचते हैं। हरियाणा के साथ-साथ अन्य प्रांतों से भी श्रद्धालु यहां आते हैं। उन्होंने बताया कि भगवान शिव की पूजा करने से सभी ग्रह नियंत्रित रहते हैं। भगवान शिव की पूजा में ही यह विधान है कि उनकी पूजा द्वारा भगवान शिव तो प्रसन्न होते हैं साथ ही साथ सभी ग्रह भी नियंत्रित रहती हैं और कभी भी अनिष्ट नहीं होता। उन्होंने बताया सुरक्षा की दृष्टि से भी यहां पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। थाना प्रभारी के साथ-साथ थाना सदर के सभी अधिकारी व कर्मचारी यहां ड्यूटी दे रहे हैं और व्यवस्था बनाए हुए हैं। जिला पुलिस प्रशासन का पूरा सहयोग है क्योंकि लाखों की संख्या में यहां पर श्रद्धालु पहुंच रहे हैं यदि पुलिस यहां ना हो तो श्रद्धालुओं का नियंत्रण करना भी मुश्किल हो जाता है। शास्त्री जी का कहना था कि मंदिर प्रबंधन समिति के अध्यक्ष पुर्ण चंद तथा अन्य सदस्यों की देखरेख में यहां पर तमाम व्यवस्थाएं सुचारू है और श्रद्धालुओं की सुविधाओं का भी ध्यान रखा गया है। श्रद्धालुओं की सुविधा का ध्यान रखते हुए यहां पर शौचालय वह आराम करने की स्थान का भी निर्माण करवाया गया है ताकि किसी को कोई परेशानी ना हो। मंदिर प्रबंधन समिति के सदस्य बरखा राम भटौली ने बताया कि मंदिर का इतिहास बहुत प्राचीन है और महाभारत कालीन से जुड़ा हुआ है। आदि बद्री क्षेत्र से जिस समय पांडव गुजरे उसे समय इस क्षेत्र को सिंधु वन कहा जाता था और पांडव अज्ञातवास के दौरान आदि बद्री से भटोली और भटौली से फिर आगे की ओर निकले थे। यहां बरगद का पेड़ है और उसके नीचे विश्राम करते समय भगवान शिव ने उन्हें दर्शन दिए थे। मौके पर पहुंचे श्रद्धालु वीरेंद्र त्यागी ने बताया कि मंदिर में चाहे कितनी भी भीड़ हो लेकिन दर्शनों में किसी को कोई परेशानी नहीं है। त्यागी का कहना था कि अपनी-अपने सोच और राय है किसी को यहां पर भीड़ दिखाई दे रही है तो किसी को यहां शिव दिखाई दे रहे हैं। उनका कहना था की व्यवस्था की दृष्टि से सब कुछ ठीक-ठाक है किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं है भारी भीड़ के बावजूद व्यवस्था बनी हुई है।