माता मनसा देवी मंदिर परिसर के श्री मुक्तिनाथ वेद विद्याश्रम,संस्कृत गुरुकुल परिसर में जनेऊ संस्कार कार्यक्रम किया गया आयोजित
डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला – 10 फ़रवरी :
सेक्टर –5 के माता मनसा देवी परिसर में संस्कृत गुरुकुल – श्री मुक्तिनाथ वेद विद्याश्रम में जनेऊ संस्कार कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम में मुख्यवक्ता के रूप में राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित संस्कृतविद् प्रो. जगदीश सेमवाल (सेवानिवृत्त आचार्य, पंजाब विश्वविद्यालय), विशिष्ट अतिथि के रूप में पंचकूला के मेयर कुलभूषण गोयल, और कार्यक्रम के अध्यक्ष के तौर पर पंजाब के पूर्व पुलिस महानिदेशक व आईपीएस पूरण चन्द डोगरा सहित खास मेहमान के रूप में भाजपा प्रदेश सचिव शशिशंकर तिवारी, सारस्वतातिथि के रूप में विश्वास फांऊडेशन की अध्यक्षा बहन साध्वी नीलिमा विश्वास मौजूद रहे। कार्यक्रम के मुख्यवक्ता प्रो जगदीश ने कहा – भारतीय संस्कृति में जिस तरह 16 संस्कारों का विशेष महत्व है उसी तरह उपनयन संस्कार है। यह इन्हीं संस्कारों में से एक प्रमुख संस्कार है जिसे यज्ञोपवीत संस्कार भी कहा जाता है। उपनयन संस्कार बालक के दूसरे जन्म का सूचक माना गया है, क्योंकि इस जन्म में सावित्री उसकी माता और आचार्य पिता का स्थान ग्रहण करते हैं। इस संस्कार का उद्देश्य व्यक्ति को आध्यात्मिक, नैतिक एवं शैक्षिक रूप से योग्य बनाना होता है। यह विशेष रूप इसे विद्यार्थी जीवन का आरंभ माना जाता है। उपनयन संस्कार केवल एक धार्मिक परंपरा नहीं, बल्कि यह व्यक्ति के जीवन में अनुशासन, ज्ञान और आध्यात्मिकता का प्रवेश कराता है।
वहीं विशिष्ट अतिथि ने कहा – संस्कृत गुरुकुल ही संस्कृति के रक्षक हैं। इन गुरुकुलों ने ही भारतीय संस्कृति एवं संस्कारों का रक्षण किया हुआ है। पंचकूला में संचालित यह गुरुकुल पिछले 22 सालों से अपनी सेवाएं प्रदान कर रहा है। यहां के विभिन्न छात्र आज सम्पूर्ण भारत में विभिन्न उच्च पदों पर कार्यरत है। समाज को ऐसे गुरुकुलों के संचालन में सहयोग करना चाहिए ताकि संस्कृत, संस्कृति एवं संस्कारों का रक्षण किया जा सके।
वैदिक मन्त्रों के साथ किया गया उपनयन संस्कार
गुरुकुल के संस्थापक एवं संचालक श्रीनिवासाचार्य ने बताया कि यह गुरुकुल कई वर्षों से संस्कृत अध्ययन के क्षेत्र में कार्य कर रहा है। प्रत्येक वर्ष की भांति आयोजित होने वाले उपनयन संस्कार कार्यक्रम में इस बार 26 विद्यार्थियों का उपनयन संस्कार वैदिक मन्त्रों के साथ विधिवत किया गया है। इस कार्यक्रम में श्री दौलतराम, श्री जनकराज गुप्ता, ओपी गोयल, मुकेश गुप्ता, आर.एन शर्मा, सुरेन्द्र पालदास रामायणी, ईश्वर चन्द्र जिन्दल, सुरेश तिवारी, मुनीश गोयल, मन्दीप साहनी, आशीष सोफती, गुरुकुल के आचार्य, छात्र एवं अन्य महानुभाव उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में गुरुकुल के सचिव श्री जयकिशन सिंगल ने कार्यक्रम में पधारे सभी सम्मानित अतिथियों, विद्यार्थियों के अभिभवाकों एवं अन्य गणमान्यों का धन्यवाद किया।