Saturday, February 8

 जन समस्याओं को लेकर भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी ने तहसील कार्यालय पर किया धरना प्रदर्शन

जगदीश असीजा, डेमोक्रेटिक फ्रंट, उकलाना, 07 फ़रवरी :

     मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी तहसील कमेटी ने तहसील कार्यालय पर सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया। धरने की अध्यक्षता  मियां सिंह बिठमड़ा ने की और संचालन का० राधेश्याम व कामरेड दयानंद ढुकिया ने किया।

    धरने को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता पार्टी जिला कमेटी सदस्य सरबत सिंह पूनिया ने कहा किसानों की फसल एम एस पी की गारंटी, बिजली का निजीकरण, स्मार्ट मीटर, बिजली बिलों में बढ़ोतरी, कृषि विपणन राष्ट्रीय प्रारूप का हानिकारक मसौदा, लेबर कोड, संविधान पर हमला, नई शिक्षा नीति, एक देश एक चुनाव और मनरेगा आदि मुद्दों को लेकर पूरे हरियाणा भर में सरकार की जनता विरोधी नीतियों के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया जा रहा है।

   कामरेड सरबत सिंह पूनिया व  मियां सिंह बिठमड़ा ने कहा कि सरकार लोगों की समस्याओं का समाधान करने की बजाय आए दिन और ज्यादा संकट में डालने का काम कर रही है हर रोज देश और प्रदेश में महंगाई,भुखमरी,आत्महत्याएं, गुंडागर्दी बढ़ रही है।गरीब,अनुसूचित जाति,जनजाति, पिछड़ा वर्ग,और अल्पसंख्यकों  पर अत्याचार पढ़ रहे जिसके विरोध में पार्टी गांव-गांव सतर तक जाते हुए बड़े आंदोलन को लामबंद करेगी। उन्होंने हिसार जिले की नहरों में पहले की तरह दो सप्ताह पानी देने, हस्पतालों, स्कूलों व सरकारी विभागों में खाली पदों पर पक्की भर्ती करने, सरकारी हस्पताल में डाक्टर व अल्ट्रासाउंड मशीन, एक्स-रे मशीन आधुनिक उपकरण उपलब्ध करवाने,गरीब परिवारों के बीपीएल सूची से काटे गए नाम व निर्माण मजदूरों की कापी बनाने, मनरेगा में 200 दिन काम, 600 रुपए दिहाड़ी, सभी गांव व शहरों में मनरेगा काम चालू करने, उकलाना, बिठमड़ा, सुरेवाला पानी की पाइप का काम शिघ्र शुरू करने, जय दूर्गा कालोनी व अन्य कालोनियों में पीने के पानी व शिवरेज की व्यवस्था करने की मांग की।

     धरने में पलवल जिले में कुछ असामाजिक तत्वों ने किसान मोहम्मद यूसुफ की हत्या की कड़ी निंदा का की और सभी अपराधियों की गिरफ्तार करने का प्रस्ताव पास किया।

 धरना प्रदर्शन को सम्बोधित करते हुए सुरेश नम्बरदार, ओमप्रकाश कूंडू,धर्मवीर दुहन, शिशपाल गर्ग, राजबीर पाबड़ा, रामफल सेलवाल, संदीप पाबड़ा, राजेश सेलवाल, अजित सिंह किनाला, प्रभु दयाल फरीदपुर, सरोज पंच फरीदपुर, शीला रंजू,रोशनलाल, महीपाल, सतबीर सिंह, बलजीत सेलवाल, सोनू चौहान, अमित व सुरेश कुमार आदि नेताओं ने जनविरोधी नीतियों की जमकर आलोचना की व नारेबाजी की।