Friday, February 7

शहर के एक 16 सेक्टर के सरकारी स्कूल में महिला अध्यापिका से पुरुष शिक्षक द्वारा मानसिक प्रताड़ना और जातिसूचक शब्द कहे जाने का मामला सामने आया है 

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 06 फ़रवरी :

पंजाब से डेपुटेशन पर आए एक शिक्षक रणबीर कुमार जोहड़ ने  चंडीगढ़ की महिला शिक्षिका को मानसिक रूप से बहुत परेशान किया और उसे जातिसूचक शब्द कहे जिसकी शिकायत शिक्षिका ने अपने साथी शिक्षकों के साथ चंडीगढ़ के शिक्षा सचिव प्रेरणा पूरी को 24  जनवरी को दी थी मामले को संज्ञान में लेते हुए सचिव ने तुरंत स्कूल शिक्षा निर्देशक को निर्देश दिए की इस पर इनक्वायरी करवाई जाए परंतु शिक्षा निर्देशक द्वारा कोई इनक्वायरी कराने के निर्देश जारी नहीं किए गए और महिला शिक्षिका पर स्कूल की प्रिंसिपल द्वारा समझौता करने का दबाव बनाया जाने लगा जिससे परेशान महिला शिक्षिका ने दोबारा चार फरवरी को शिक्षा सचिव को मिली और मदत मांगी, शिक्षा सचिव ने तुरंत डिप्टी डायरेक्टर बिंदु अरोड़ा की अगुआई में  टीम का गठन कर अगले दिन इनक्वायरी के लिए स्कूल भेज दिया, जिसपर जांच चल रही है, परंतु ना तो अभी तक स्कूल प्रिंसिपल की वहां से ट्रांसफर किया गया और ना ही शिक्षक को, स्कूल प्रिंसिपल कमेटी का हिस्सा न होते हुए भी इनक्वायरी में बैठ रहे है जिस से गवाह प्रभावित हो रहे है, सूत्रों से पता लगा है की स्कूल प्रिंसिपल शिक्षक के साथ कई मीटिंगों में आती और जाती है और शिक्षक को बचाने की कोशिश कर रही है।

वहीं पर महिला के हक में बोलने पर कुछ गवाहों को धमकाने का मामला भी सामने आ रहा है ।

महिला शिक्षिका ने अपनी शिकायत भारतीय महिला आयोग और  राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग और चंडीगढ़ के प्रशासक को भी भेज कर अपनी रक्षा और न्याय की गुहार लगाई है और मांग की है कि परेशान करने वाले शिक्षक को तुरंत उसके मूल कैडर पंजाब भेज कर जांच की जाए।