सत्गुरू रविदास महाराज का प्रकाश पर्व 13 फरवरी को बेगमपुरा सदन खुरालगढ़ में मनाया जायेगा
तरसेम दीवाना, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हुशियारपुर, 05 फ़रवरी :
गुरू रविदास साधु संप्रदाय सोसायटी (रजि.) पंजाब की विशेष मीटिंग संत सरवण दास जी बोहण चेयरमैन गुरू रविदास साधु संप्रदाय सोसायटी (रजि.) पंजाब, संत निर्मल दास बाबा जोड़ा की प्रधानगी में डेरा संत सीतल दास बोहण में हुई। इस अवसर पर सोसायटी के चल रहे प्रोजैक्टों के कार्यों सम्बन्धी विचार विमर्श हुआ। इस अवसर पर संत सरवण दास बोहण चेयरमैन, संत निर्मल दास बाबा जोड़ा प्रधान, संत इन्द्र दास सेखों जनरल सचिव ने संयुक्त ब्यान में कहा कि सत्गुरू रविदास महाराज जी का 648वां प्रकाश पर्व 13 फरवरी को श्री गुरू रविदास सदन नज़दीक चरनछोह गंगा खुरालगढ़ साहिब, गांव मैहदपुर भंगल में श्रद्धापूर्वक मनाया जायेगा जिसमें श्री आखंड पाठ साहिब के भोग के उपरांत रागी, टाडी, कविश्वरी जत्थे तथा संत महापुरूष संगतों को बाणी द्वारा निहाल करेंगे।
इस अवसर पर संत महापुरूषों ने कहा कि आल इण्डिया आदि धर्म मिशन (रजि.) भारत की ओर से श्री चरनछोह गंगा गुरूघर की प्रधानगी से हटाये गये सुरिन्दर छिन्दा की ओर से सत्गुरू रविदास महाराज जी का 13 फरवरी को प्रकाश पर्व मनाने के लिये श्री गुरू रविदास बेगमपुरा सदन की ओर से देश विदेश की संगतों के सहयोग के साथ खरीदी गई 36 एकड़ ज़मीन की साफ सफाई करने गये संत महापुरूषों को मन्दे बोल बोलकर आदि धर्म मिशन भारत तथा आदि धर्म के रहबरों का अपमान किया है। उन्होंने संगतों से निवेदन किया कि झूठे तथा गुमरा करने वाले प्रचार से सावधान रहें। श्री गुरू रविदास बेगमपुरा सदन की ज़मीन जिस पर कुछ लोग कब्ज़ा करके दबाये बैठे हैं वो सारी गुरू रविदास नामलेवा संगत की ज़मीन है क्योंकि संगतों ने पैसा खर्च करके समाज के लिये स्कूल, कॉलेज, हस्पताल खोलने के लिये खरीदी है। उन्होंने कहा कि बार बार निशानदेही करने के बाद भी हमारी पांच एकड़ ज़मीन पर कब्ज़ा किया हुआ है तथा सत्गुरू रविदास महाराज जी का प्रकाश पर्व मनाने के लिये टैंट लगाने तथा तैयारियां करने से रोका गया जो कि बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। संत महापुरूषों ने कहा कि हम माननीय अदालत का पूरा सत्कार करते हैं तथा जल्दी ही 36 एकड़ ज़मीन के सभी सबूत पेश करेंगे।
इस अवसर पर संत परमजीत दास नगर कैशियर, संत सरवण दास लुधियाना सीनियर वाईस प्रधान, संत बलवंत सिंह ढिंगरियां वाईस प्रधान, संत रमेश दास कलरां शेरपुर, संत धर्मपाल शेरगढ़, संत बलकार सिंह वडाला, संत जगीर सिंह नंदाचौर, संत कुलदीप दास बस्सी मरूफ, संत गुरमीत दास पिपलांवाला, संत प्रेम दास भवियाणा, बहन संतोष कुमारी बिल्डिंग इंचार्ज, लवप्रीत बोहण, ज्ञानी रविन्दर सिंह, ज्ञानी दलजीत सिंह, राम भज्ज कराड़ी भी उपस्थित थे।