डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 03 फ़रवरी :
अखिल भारतीय प्रेरणा साहित्य एवं शोध संस्थान कुरुक्षेत्र में आयोजित साहित्य अलंकरण उत्सव एवं पुस्तक लोकार्पण समारोह में प्रसिद्ध उपन्यासकार लाजपत राय गर्ग जी के नव प्रकाशित उपन्यास ‘प्रेम के स्याह रंग’ का विमोचन लेफ्टिनेंट डॉ वीरेंद्र पाल, कुलसचिव कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, डॉ बी वी रमन रेड्डी, निदेशक राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कुरुक्षेत्र, प्रो लालचंद गुप्त मंगल, पूर्व अध्यक्ष हिंदी विभाग, कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी, प्रो बाबूराम अध्यक्ष हिंदी विभाग, बाबा मस्तराम विश्वविद्यालय, रोहतक, डॉ नरेंद्र गर्ग, निदेशक डिस्टेंस एजुकेशन, म. द. वी. रोहतक और डॉ के के सिंह प्रोफेसर राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कुरुक्षेत्र के करकमलों द्वारा किया गया। इस अवसर पर बोलते हुए प्रसिद्ध साहित्यकार प्रेम विज ने कहा कि इस उपन्यास में कैंसर के प्रति जागरूकता तथा उसके कारण और निवारण के प्रति सजग रहने का आह्वान किया गया है। भिवानी से पधारे साहित्यकार मनोज भारत, महामंत्री अखिल भारतीय साहित्य परिषद हरियाणा ने कहा कि उपन्यास में लव जिहाद को अभिव्यंजना के रूप में प्रभावी तरीके से प्रस्तुत किया गया है। उपन्यासकार और शिक्षाविद डॉ लालचंद गुप्त मंगल ने कहा कि संवादात्मक शैली में कथ्य को सरल सहज भाषा में पिरोते हुए लेखक ने समाज के भयभीत कर देने वाले पहलु पर अपनी लेखनी उठाई है, और दोषी को सज़ा तक पहुँचाना भी अनिवार्य है। कुलसचिव लेफ्टिनेंट डॉ वीरेंद्र पाल ने कहा कि शरीर की बीमारी कैंसर और समाज में व्याप्त बीमारी लव जिहाद दोनों के प्रति लेखक ने अपनी कलम के माध्यम से समाज को सजग किया है। इस भव्य समारोह का आयोजन डॉ मधुकांत, डॉ जय भगवान सिंगला और रेनू खुग्गर ने किया था। इस अवसर पर अंजना गर्ग, आनंद प्रकाश आर्टिस्ट, सुनीता आनंद, डॉ नीरू मित्तल नीर, डॉ. इंदु गुप्ता, डॉ. चितरंजन दयाल कौशल, निदेशक संस्कृत प्रकोष्ठ हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी और रविंदर मित्तल ने लेखक लाजपत राय जी को बधाई दी।
प्रज्ञा शारदा मंच और प्रेरणा साहित्य एवं शोध संस्थान की तरफ से साहित्य को समर्पित आठ वरिष्ठ साहित्यकारों डॉ अमृतलाल मदान, डॉ रूप देवगुण, डॉ कमलेश मलिक, श्यामलाल कौशल, रतनचंद सरदाना, कमलेश शर्मा, डॉ. लालचंद गुप्त मंगल और रमाकांता जी को सम्मानित किया गया।