- पाकिस्तानी हथियार तस्कर बनाना चाहता है वीरेश शांडिल्य को निवाला, खुफिया तंत्र दे रहा है सुरक्षा को लेकर फर्जी जानकारी
- हाईकोर्ट में याचिका दायर होने के बाद अंबाला पुलिस ने पाकिस्तानी हथियार तस्कर पर किया मामला दर्ज
- वीरेश शांडिल्य को आतंकवादियों से मिली धमकियों पर अंबाला पुलिस ने 21 मुकदमें व 3 गंभीर धमकियों की डीडीआर दर्ज की हुई है
डेमोक्रेटिक फ्रंट, अंबाला, 21 जनवरी :
एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य तकरीबन पिछले तीन दशक से पाकिस्तानी आतंकवादियों के साथ साथ खाल्सितानी मुहिम, बब्बर खालसा जैसे आतंकवादी संगठनों व जरनैल सिंह भिंडरावाला की मुहिम के खिलाफ हाईकोर्ट से लेकर सड़कों तक लड़ाई लड़ रहे हैं और आतंकवाद व राष्ट्रविरोधी ताकतों के खिलाफ भी लगातार जन आंदोलन छेड़े हुए हैं। वीरेश शांडिल्य ने पंजाब के मुख्यमंत्री सरदार बेअंत सिंह की हत्या करने वाले बब्बर खालसा के आतंकवादियों के खिलाफ 2004 में बुडैल जेल में 119 फुट लंबी सुरंग खोद फरार होने पर पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में अपने एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के तरफ से जनहित याचिका दायर की थी। यही नहीं बुडैल जेल ब्रेक के बाद जब बब्बर खालसा आतंकवाद संगठन के खुख्यात आतंकवादी जगतार सिंह हवारा व परमजीत सिंह भ्यौरा को सुरक्षा के कारणों से तिहाड़ जेल भेजा गया तब यह आतंकवादी तिहाड़ जेल से दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़ की लाखों करोड़ों रूपए की सुरक्षा लेकर चंडीगढ़ व रोपड़ अदालतों में बाई रोड पेश होते थे जो आम सरकारों के खर्चें के इलावा आम जनता के लिए भी खतरा बन सकते थे इन आतंकवादियों की सुनवाई तिहाड़ जेल से चंडीगढ़ अदालतों में वीडियो कांफ्रेंसिंग से हो इसको लेकर वीरेश शांडिल्य ने एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया अपने संगठन के माध्यम से 2010 में पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की थी और हाईकोर्ट ने वीरेश शांडिल्य की याचिका को स्वीकार करते हुए इन आतंकवादियों की सुनवाई वीडियो कांफ्रेंसिंग से करवाने के आदेश देकर अहम फैसला राष्ट्र की सुरक्षा को लेकर किया था। वीरेश शांडिल्य ने अपनी व अपने परिवार की जान की परवाह किए बिना आतंकवादियों के खिलाफ व खालिस्तानियों की खिलाफ आर पार की लड़ाई लड़ी और मौजूदा समय में भी वह लड़ाई जारी है यही नहीं जब पंजाब में पुन: आतंकवादी जरनैल सिंह भिंडरावाला के समर्थक पुन: पंजाब में आतंकवाद फैलाने की साजिश रचते हुए भिंडरावाला की सामाग्री व साहित्य का प्रचार कर रहे थे तो इसको रोकने के लिए वीरेश शांडिल्य ने पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट में जनहित याचिका 2008 में दायर की थी जिस पर हाईकोर्ट ने 2008 में पंजाब के डीजीपी को वीरेश शांडिल्य की शिकायत पर कार्रवाई के आदेश दिए थे। जब पंजाब में खाल्सितानी अमृतपाल सिंह आतंकवाद फैलाने की साजिश रचते हुए जरनैल सिंह भिंडरावाला की तरह हथियार धारी निहंगों के साथ पंजाब में आतंकवाद लाने की साजिश रच रहा था तो एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया ने 2022 में सबसे पहले पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित को ज्ञापन देकर अमृतपाल सिंह को आईएसआई का एजेंट बताया था और गिरफ्तार करने की मांग की थी और हाल ही में दरबार साहिब में सुखबीर सिंह बादल की हत्या की साजिश रचने का प्रयास करने वाले बब्बर खालसा के आतंकवादी नारायण सिंह चौरा के खिलाफ पंजाब के मौजूद राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया को ज्ञापन दिया और उसके खिलाफ एनआईए से जांच कराने की मांग की साथ ही वीरेश शांडिल्य ने पंजाब के जेलों में बंद बब्बर खालसा के आतंकवादियों को तिहाड़ जेल में शिफ्ट करने की पंजाब के राज्य पाल गुलाब चंद कटारिया को ज्ञापन देकर मांग की थी। राष्ट्रद्रोह ताकतों के खिलाफ लगातार लड़ रहे वीरेश शांडिल्य को 2016 से 2024 तक लगातार पाकिस्तानी आतंकी संगठनों, बब्बर खालसा के आतंकवादी संगठनों, जरनैल सिंह भिंडरावाला समर्थकों सहित अमृतपाल समर्थकों ने परिवार सहित मौत के घाट उतारने की धमकियां दी जिसको लेकर अंबाला पुलिस ने 21 गंभीर धमकियों के मुकदमें दर्ज किए हुए हैं यही नहीं अगस्त 2024, सितंबर 2024 व अक्तूबर 2024 में एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य को पुन: पाकिस्तानी आतंकवादियों ने पाकिस्तान के फोन नंबर से मौत के घाट उतारने की धमकियां दी जिसकी जांच बलदेव नगर थाना पुलिस कर रही है अगर वीरेश शांडिल्य की सुरक्षा को लेकर नजर दौड़ाएं तो पुलिस व खुफिया एजेंसियां उनकी सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं है और जानकारी के मुताबिक हरियाणा के खुफिया तंत्र ने वीरेश शांडिल्य की सुरक्षा याचिका पर मनघडंत रिपोर्ट हाईकोर्ट को सौंपने की जानकारी मिली है और खुफिया तंत्र व अंबाला पुलिस वीरेश शांडिल्य की सुरक्षा की फर्जी रिपोर्ट बनाकर उसको व उसके परिवार मिले 4 सुरक्षाकर्मियों को वापिस करवाने की साजिश रच रही है जिस तरह वीरेश शांडिल्य को आतंकवादियों की धमकियां मिल रही है यदि पुलिस व खुफियां तंत्र फर्जी सुरक्षा रिर्पोटों के आधार पर सुरक्षा हटवाने में कामयाब रही तो आतंकवादी संगठन वीरेश शांडिल्य को उसी दिन मौत के घाट उतारने में कामयाब हो सकते हैं। हद की बात तो यह है कि बलदेव नगर थाना में पाकिस्तान हथियार तस्कर के खिलाफ जांच चल रही है और 3 पाकिस्तान से आई धमकियों पर बलदेव नगर पुलिस जांच कर रही है ऐसे में हरियाणा पुलिस का खुफिया विभाग वीरेश शांडिल्य की हत्या की साजिश रचने के लिए फर्जी सुरक्षा की रिर्पोेटे क्यों तैयार कर रहा है यह एक उच्च स्तरीय जांच का विषय है। आज हरियाणा पंजाब व चंडीगढ़ में नजर दौड़ाएं तो एकमात्र वीरेश शांडिल्य खुले आम खालिस्तानी आतंकवादियों, पाकिस्तानी आतंक वादियों सहित देशद्रोहियों के खिलाफ आवाज उठाए हुए हैं कहां तो वीरेश शांडिल्य की सुरक्षा की कैटेगरी निर्धारित होनी चाहिए और कहा वीरेश शांडिल्य को दिए 4 सुरक्षाकर्मी हरियाणा की खुफिया एजेंसी साजिश के फर्जी रिपोर्टो के आधर पर वापिस करवाना चाहती है। वीरेश शांडिल्य की सुरक्षा को लेकर हाईकोर्ट में सुनवाई चल रही है और खुफिया तंत्र राजनीतिक दबाव के चलते वीरेश शांडिल्य की सुरक्षा को वापिस करवा कर उनको आतंकवादियों व स्थानीय गैंगस्टरों का निवाला बनाना चाहते हैं। सबसे अहम बात यह है कि 30 जनवरी 2024 को वीरेश शांडिल्य से 5 करोड़ फिरौती मांगने को लेकर व मौत की घाट उतार देने की शिकायत दी गई थी लेकिन अंबाला पुलिस ने 30 जनवरी की शिकायत को अपने आप ही जांच कर दफ्तर दाखिल कर दिया जब पंजाब पुलिस ने एक पाकिस्तानी हथियार तस्कर के बारे में हरियाणा पुलिस से पूछा तो अंबाला पुलिस के हाथ पांव फूल गए और जब वीरेश शांडिल्य को अंबाला पुलिस के माध्यम से पता चला कि उसे 30 जनवरी 2024 को धमकी देने वाला पाकिस्तान का हथियार तस्कर है तो उन्होंने पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर की और याचिका दायर के बाद अंबाला पुलिस ने हाईकोर्ट को बताया कि अंबाला पुलिस के डीएसपी रहे रमेश कुमार ने हाईकोर्ट को शपथ पत्र देकर बताया कि पाकिस्तानी हथियार तस्कर के खिलाफ अंबाला पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है और वीरेश शांडिल्य की सुरक्षा बढ़ा दी है लेकिन अब हरियाणा का खुफिया तंत्र व अंबाला पुलिस वीरेश शांडिल्य की सुरक्षा को लेकर फर्जी रिपोर्टे तैयार कर रहा है वीरेश शांडिल्य की सुरक्षा को लेकर देश का गृह मंत्रालय भी हरियाणा व पंजाब के डीजीपी को पत्र लिखकर वीरेश शांडिल्य की सुरक्षा को सुनिश्चित करने का पत्र लिख चुका है। वीरेश शांडिल्य से आज बात हुई तो उन्होंने दो टूक कहा कि यदि पुलिस या सीआईडी विभाग ने उनकीे फर्जी रिपोर्ट तैयार की तो उनकी व उनके परिवार की हत्या होने से कोई नहीं रोक सकता क्योंकि जिन खालिस्तानी व गैंगस्टरों ने उन्हें धमकियां दी हुई है वह पूरी तरह सक्रिय है और जरनैल सिंह भिंडरावाला समर्थक भी 2018 में उनका दफ्तर जला चुके हैं और अमृतपाल समर्थक ने खुले आम कहा था कि एकेएफ पंडता तुझे मौत के घाट उतारेंगे जिस पर 78/23 एफआईआर दर्ज है। वीरेश शांडिल्य ने हरियाणा के सीएम, डीजीपी एडीजीपी सीआईडी, आईजी अंबाला व एसपी अंबाला को उनकी सुरक्षा से छेड़छाड़ न करने को पत्र लिखा है।