आशीष पांडे : लुक आउट नोटिस जारी ओर हथियारों के लाइसेन्स भी कैंसिल

 

दिल्ली पुलिस ने आरके पुरम स्थित फाइव स्टार हयात होटल में गुंडागर्दी करने वाले पूर्व बीएसपी सांसद राकेश पांडे के बेटे आशीष पांडे के खिलाफ देश भर के एयरपोर्ट पर लुकआउट नोटिस जारी किया है. साथ ही उत्तर प्रदेश-नेपाल सीमा पर भी अलर्ट जारी किया गया है.

मंगलवार को आशीष के हयात होटल में सरेआम हथियार लहराने वाला वीडियो सामने आने के बाद उसकी गिरफ्तारी के लिए दिल्ली पुलिस की दो टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं.

इसके अलावा पुलिस ने उसके हथियारों की जानकारी जुटाने के बाद उसके आर्म्स लाइसेंस कैंसिल कराने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है.

पुलिस ने इस मामले की जानकारी छुपाने के लिए हयात होटल के खिलाफ भी केस दर्ज किया है. बताया जा रहा है कि पुलिस ने घटना के वक्त आरोपी के साथ मौजूद एक व्यक्ति के साथ इस मामले में पूछताछ की है

बता दें कि दिल्ली में हयात होटल के एंट्रेस गेट पर हथियार लहराने पर बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के पूर्व सांसद राकेश पांडे के बेटे आशीष पांडे के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने मामला दर्ज किया है. आशीष पांडे के खुलेआम हथियार लहराने और एक महिला को धमकी देने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था.

यह घटना 13 और 14 अक्टूबर की दरम्यानी रात हुई थी. जब आशीष अपनी कुछ महिला मित्रों के साथ पार्टी करने होटल गया था. यहां उसका वहां आए एक अन्य कपल से किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया जिसमें उसने अपनी पिस्तौल निकालकर सरेआम उन्हें धमकी दी.

आरोपी आशीष पांडेय लखनऊ का रहने वाला है और उसके चाचा पवन पांडे और बड़ा भाई रितेश पांडेय वर्तमान में बीएसपी का विधायक है.

 

बहुजन समाजवादी पार्टी का पल्ला झाड़ना:

बहुजन समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद के बेटे पर मंगलवार को दिल्ली में हयात रीजेंसी होटल के बाहर मेहमानों पर बंदूक तानने और उन्हें धमकी देने के लिए केस दर्ज कर लिया गया. उधर पार्टी ने इस घटना से खुद को दूर कर लिया है. वरिष्ठ बीएसपी नेता सुधींद्र भदोरिया ने कहा कि आरोपी, आशीष पांडे, न तो पार्टी का नेता हैं और न ही बीएसपी का सदस्य है. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद राजनीतिक प्रतिक्रियाएं तेज हो गईं.

भदोरिया ने कहा- ‘वह चाहे जो भी है. उचित जांच होनी चाहिए और कार्रवाई की जानी चाहिए. इस घटना का बीएसपी के साथ कोई संबंध नहीं है. वह न तो नेता है और न ही बीएसपी का सदस्य है.’

घटना रविवार तड़के दिल्ली के आरके पुरम स्थित हयात होटल में हुई थी. दिल्ली पुलिस ने लखनऊ के रहने वाले आशीष पांडे के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किया था. आरोपी आशीष पांडे का भाई रितेश पांडे उत्तर प्रदेश विधानसभा में विधायक है. दिल्ली पुलिस ने कहा कि आर्म्स एक्ट और विभिन्न आईपीसी तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई है.

हयात रीजेंसी ने जांच में सहयोग का आश्वासन दिया:

होटल के अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि वे पुलिस के साथ पूरी तरह से सहयोग कर रहे हैं और घटना को गंभीरता से ले रहे हैं. होटल ने आज जारी एक बयान में कहा, ‘दिल्ली के हयात रीजेंसी में हुई इस घटना को हम पूरी गंभीरता से ले रहै हैं और स्थानीय पुलिस अधिकारियों के साथ काम कर रहे हैं.’

पीड़ित ने क्या कहा:

एक टीवी चैनल द्वारा संपर्क करने पर एक पीड़ित ने कहा कि ‘आरोपी बंदूक लेकर उनकी तरफ आया और उन्हें गालियां देने लगा. होटल के लोग वहां थे और उन्होंने बीच बचाव करने की कोशिश की. लेकिन वो भी ज्यादा कुछ कर नहीं पाए क्योंकि वो भी डरे हुए थे.’

राजनीति तेज:

आम आदमी पार्टी ने इस घटना पर मौका लपकते हुए केंद्र को घेर लिया और कहा कि दिल्ली पुलिस को नियंत्रित करने वाली केंद्र सरकार शहर में कानून व्यवस्था को बनाए रखने में पूरी तरह विफल रही है.

बीजेपी दिल्ली इकाई के प्रमुख मनोज तिवारी ने कहा कि घटना में उचित जांच की जानी चाहिए. सीसीटीवी फुटेज के रूप में घटना के सबूत मौजूद हैं. गृह राज्य मंत्री किरेन रिजजू ने कहा कि पुलिस ने मामले में कार्रवाई शुरू कर दी है. उन्होंने ट्वीट किया कि- ‘दिल्ली पुलिस ने इस घटना पर कार्रवाई शुरू कर दी है. आर्म्स एक्ट और आईपीसी के तहत एफआईआर दर्ज की गई है. मजबूत और उचित कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही दूसरे लोगों की पहचान की जा रही है.’

वहीं कांग्रेस नेता और सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा( are you serious, वाले) ने घटना के बाद शहर में कानून और व्यवस्था की स्थिति पर भी गंभीर चिंता व्यक्त की है. उन्होंने एक फेसबुक पोस्ट में लिखा कि, ‘मैं अपने बच्चों और हमारे शहर के लोगों की सुरक्षा के लिए बहुत डरा हुआ हूं.’

उधर पीड़ित के पिता कांग्रेस पार्टी के पूर्व विधायक कंवर करन सिंह ने कहा है कि बीएसपी सांसद द्वारा बंदूक दिखाए जाने की वजह से उनका बेटा बहुत डर गया था इसलिए पुलिस के पास शिकायत लेकर नहीं गया.

विवाद क्यों हुआ:

होटल के सुरक्षा कर्मचारियों ने पुलिस को बताया कि आरोपी और पीड़ित होटल के नाइट क्लब में पार्टी कर रहे थे. दोनों ही पक्षों के बीच वाशरूम का इस्तेमाल करने के लिए बहस शुरु हुई. घटना के वक्त पीड़ित और आरोपी पक्ष दोनों ही शराब के नशे में थे. आरोपी के साथ आई एक महिला ने पीड़ितों से दुर्व्यवहार किया और उन्हें ‘ट्रांसजेंडर’ कहा. इसी पर बात बढ़ गई और यहां तक आ पहुंची.

पुलिस के अनुसार आरोपी के बंदूक की डिटेल निकाल ली गई है और उसके लाइसेंस को रद्द करने की प्रक्रिया शुरु कर दी गई है. हालांकि आरोपी अभी तक पुलिस के चंगुल से फरार है. शुरु में आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) के खंड बाद में घटना की शिकायत दर्ज होने के बाद जोड़े गए. हालांकि घटना की शिकायत भी तब दर्ज कराई गई जब वायरल वीडियो के आधार पर पुलिस ने होटल से संपर्क किया. होटल के सहायक सुरक्षा प्रबंधक ने सोमवार को शिकायत दर्ज कराई.

संयुक्त पुलिस आयुक्त (नई दिल्ली) अजय चौधरी ने कहा कि यह घटना 14 अक्टूबर को 3.40 बजे तड़के हुई थी. ‘उस दिन न तो पीड़ित और न ही होटल के कर्मचारियों द्वारा कोई शिकायत दर्ज कराई गई.’ उन्होंने कहा कि तीनों पक्षों – पीड़ित, होटल अधिकारियों और आरोपी की तरफ से लापरवाही बरती गई है.

होटल प्रबंधन की इस लापरवाही को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है और पूछा है कि उनकी लापरवाही को देखते हुए क्यों न उनका लाइसेंस रद्द कर दिया जाए.

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