बढती पेट्रोल कि कीमतों का असर आगामी विधान सभा चुनाव में देखने को मिलेगा
लोगों का कहना है कि अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में 37 रूपए पैट्रोल होने के बावजूद देश में सरकार और पैट्रोलियम कंपनियां अधिक मुनाफे के लिए लगातार दाम बढा रही हैं। इस वजह से आम जन जीवन पर सीधा असर पड रहा है। सरकार ने अगर जल्द इस संबंध में ठोस कदम नहीं उठाए तो सत्ताधारी पार्टी को इसका आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव में भारी नुकसान उठाना पड़ेगा।
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