अंबाला जेल अधीक्षक सतविंदर ने जेल रोड बंद की हुई है

अंबाला जेल अधीक्षक सतविंदर ने जेल रोड बंद की हुई है कि लोग मोबाइल न फैंके, फिर कुरूक्षेत्र जेल में मोबाइल कैसे पहुंचे: शांडिल्य  

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 21      नवंबर :

एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने कुरूक्षेत्र जेल अधीक्षक द्वारा जेल में खुद मोबाइल सप्लाई करने की घटना को गंभीर बताया और कहा कि जो जेल में बंद कैदियों व बंदियों पर मोबाईल चलाने के आरोप लगते हैं वह फर्जी होते हैं यह बात कुरूक्षेत्र जेल अधीक्षक सोमनाथ पर दर्ज एफआईआर के बाद साबित हो गई जबकि जेल में मोबाइल मिलने पर मजबूर कैदियों व बंदियों पर केस दर्ज कर दिए जाते हैं क्योंकि जेल की चार दिवारी का मालिक जेल अधीक्षक व उसके अधीनस्थ अधिकारी होते हैं और वह जेल में बंदियों को क्या यातनाएं देते हैं यह वही आदमी बता सकता है जो जेल में रहा होता है। वीरेश शांडिल्य ने कहा कि अंबाला के जेल अधीक्षक जो अपने आप को ईमानदार मानते हैं वह कुरूक्षेत्र जेल में जेल अधीक्षक सोमनाथ द्वारा मोबाइल सप्लाई किए जाने की घटना पर अपना पक्ष दें क्योंकि सतविंदर कुमार का कुरूक्षेत्र जेल अधीक्षक सोमनाथ कुलिक है। वीरेश शांडिल्य ने कहा कि जो सतविंदर कुमार गैर कानूनी तरीके से अंबाला जेल रोड बंद होने पर उनकी याचिका पर हाईकोर्ट में मनघडंत फर्जी उन पर आरोप लगा सकता है वह अब श्वेत पत्र जारी करे कि जेल अधीक्षक सोमनाथ के खिलाफ यह मामला सही दर्ज हुआ है या गलत और बीते बुधवार को पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट ने जेल में मोबाइल सप्लाई करने के आरोपों पर जेल अधीक्षक सोमनाथ की अग्रिम जमानत रद्द कर दी और कहा कि जेल अधीक्षक की पुलिस हिरासत में पूछताछ जरूरी है।

 एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने कहा कि जितने भी हरियाणा की जेलों में बंदियों व कैदियों पर केस दर्ज होते हैं उसकी जांच हाईकोर्ट का सिटिंग जज करे तो कई जेल अधीक्षक व जेल अधिकारियों पर सोमनाथ की तरह केस दर्ज हो जाएंगे। एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने अंबाला के जेल अधीक्षक सतविंदर कुमार से सवाल किया कि वह बताएं कि सोमनाथ पर दर्ज एफआईआर झूठी है या सच्ची इस तरह के धंधे हरियाणा की जेलों में होते हैं या नहीं? वहीं वीरेश शांडिल्य ने कहा कि यदि हाईकोर्ट के जज हरियाणा पंजाब चंडीगढ़ की जेलों में औचिक निरीक्षण करेंगे तो पता चल जाएगा कि कैदियों व बंदियों को जेल अधीक्षक व जेल अधिकारी कैसे प्रताड़ित करते हैं और वीरेश शांडिल्य ने अंबाला के जेल अधीक्षक सतविंदर कुमार पर हमलावर होते हुए कहा कि वह श्वेत पत्र जारी कर दें कि अंबाला की जेल में मानवाधिकारों का उल्लंघन नहीं होता। आज भी जेल में बंद कैदी व बंदी समाज से दूर नहीं बल्कि अंग्रेजों के समय जैसी सजा भुगतते हैं। जानवरों जैसी रोटी गर्मी सर्दी में मिलती है। रोटी जेल में ऐसे दी जाती है जैसे भीख दी जाती है। नहाने धोने वाले बाथरूम के दरवाजे नहीं है। कैदियों व बंदियों की सर्दियों में कोई हिफाजत नहीं होती। दवाई के नाम पर नींद की गोलियां दी जाती हैं। वीरेश शांडिल्य ने कहा कि जेल अधीक्षक सतविंदर कुमार ने जो साजिश हाईकोर्ट में उनके खिलाफ उनके विरोधियों के खिलाफ मिलकर दी उसको लेकर वह खामोश बैठने वाले नहीं हैं और जेल अधीक्षक अंबाला ने कहा कि जेल में मोबाइल बाहर से फेंके जाते हैं इसलिए जेल रोड को बंद किया है अब अंबाला के जेल अधीक्षक बताएं कि कुरूक्षेत्र की जेल में मोबाइल कैसे चले गए। प्रताड़ित जेल में बंद कैदी व बंदी होते हैं जबकि अंडर ट्रायल बंदियों के साथ भी कैदियों से बद्तर व्यवहार किया जाता है। उन्होंने कहा कि उनका संगठन हरियाणा की जेलों में बंदियों के हितों को लेकर नवनियुक्त जेल मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा को ज्ञापन देंगे।