आईटीबीपी शहीदों की धर्मपत्नियों के लिए कार्यशाला आयोजित
संदीप सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला, 13 नवंबर :
आज आईटीबीपी प्राथमिक प्रशिक्षण केन्द्र भानू में पंचकुला (हरियाणा) में ए पी एस निम्बाडीया महानिरीक्षक प्राथमिक प्रशिक्षण केन्द्र, के कुशल मार्गदर्शन में मिसेज राव अकैडमी पंचकुला द्वारा मानसिक व आध्यात्मिक शांति व समय प्रबंधन पर कार्यशाला आयोजित की गई। जिसमें उन्होंने बताया कि अध्यात्म के माध्यम से तनाव से छुटकारा पाने के लिए कई अहम तरीके अपनाए जा सकते हैं।
ध्यान एक प्रभावशाली तरीका है जोकि मन को शांत करता है और मानसिक स्पष्टता प्रदान करता है और साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि ध्यान करने से मन की एकाग्रता बढ़ती है।
योग तनाव को कम करने में सहायक होती हैं।अपने विचारों में स्वीकृति और सकारात्मक सोच रखनी होगी। जीवन में चुनौतियों और कठिनाइयों को स्वीकार करना, तथा सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाना तनाव को कम करने का एकमात्र तरीका है। आत्म-स्वीकृति और अपने आप को क्षमा करना भी मानसिक शांति देता है। जीवन में घटित किसी भी घटना पर अपने आप को दोषी मानना यह एक गलत नजरिया है
योग के नियमित अभ्यास से शरीर और मन में सामंजस्य स्थापित होता है और तनाव से मुक्ति मिलती है। धार्मिक और आध्यात्मिक पठन-पाठन, धार्मिक ग्रंथों, पुस्तकों या प्रेरणादायक लेखों का अध्ययन करने से भी मन को शांति मिलती है। अन्य प्रकार के लेख व जिस विषय में भी आपकी रुचि हो उन्हें पढ़ने से जीवन के प्रति गहरी समझ और संतोष का भाव आता है। उन्होंने कहा कि अपने जीवन में जो कुछ अच्छा है उसके प्रति कृतज्ञ होना मानसिक शांति देता है। यह अभ्यास नकारात्मकता को कम करता है और संतोष बढ़ाता है। स्वयं का आत्म-मूल्य समझना बहुत आवश्यक है अध्यात्म हमें यह सिखाता है कि हम केवल बाहरी उपलब्धियों पर निर्भर नहीं हैं। स्वयं का मूल्य समझने से आत्म-सम्मान बढ़ता है और बाहरी तनाव कम होता है। श्रीमती बीनू राव ने कहा कि इन तरीकों को अपनाने से धीरे-धीरे जीवन में एक संतुलन बनता है, जिससे तनाव का प्रभाव कम होने लगता है और मानसिक शांति की प्राप्ति होती है।
मिसेज राव अकैडमी की फाउंडर श्रीमती बीनू राव जो एक शिक्षाविद्, एंटर प्रेन्योर तथा समाज सेविका हैं । उन्होंने लगभग 150 महिलाओं को अपने व्यक्तव्य से मानसिक व आध्यात्मिक शांति व जागृति के लिए जागरूक किया। प्राथमिक प्रशिक्षण केन्द्र,भानू, के महानिरीक्षक ए पी एस निम्बाडीया ने कहा कि वे एक पिता की भाँति चाहते हैं कि हर महिला यहाँ से जाकर समझदारी से अपने जीवन को समय के अनुरूप चलाएं व समय का प्रबंधन भी करे ताकि जीवन में नए आयाम स्थापित किये जा सके। उन्होंने श्रीमती बीनू राव के सामाजिक जागरूकता फैलाने के प्रयासों की सराहना की और भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। प्रशिक्षण कार्यशाला में प्राथमिक प्रशिक्षण केन्द्र भानू भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल से अधिकारी गण व अन्य स्टाफ तथा रेणु चावला मौजूद रही उन्होंने भी मनोबल बढ़ाने हेतु बेहतरीन टिप्स दिए।