Saturday, December 21

डॉ बी मदन मोहन की पुस्तक कदम कदम किन्नौर को श्रेष्ठ कृति पुरस्कार से नवाजा गया

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर, 12      अक्टूबर :

हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी पंचकूला द्वारा डॉ. बी. मदन मोहन की पुस्तक ”कदम कदम किन्नौर” को श्रेषठ कृति पुरस्कार से नवाजा गया है। कदम कदम किन्नौर एक यात्रा वृतांत है। इस पुस्तक में हिमाचल और उत्तराखण्ड के दुर्गम ‘जनजातीय क्षेत्रों, जनजीवन, जीव-जन्तुओं, ‘वनस्पति, इतिहास और भौगोलिक विशेषताओं के  साथ सॉस्कृतिक परम्पराओं एवं लोक जीवन की अनूठी विरासत को उकेरा गया है। डॉ बी मदन मोहन विगत चालीस वर्षों से इन इलाकों में पथारोहण करते रहे।

उनके व्यापक यात्रा-अनभवों की यथार्थ अभिव्यक्ति ही कदम ‘कदम किन्नौर में हुई है। प्रकृति के विभिन्न उज्ज्वल रूपों- इठलाती नदियों, चहकते पंछियों गुनगुनाते झरनों तथा झूमती वन-सम्पदा के बड़े ही आकर्षक और मौलिक शब्द-चित्र इस पुस्तक की विशेषता हैँ। डॉ.बी मदन मोहन ने 35 वर्षों तक अध्यापन कार्य करते हुए सामाजिक-सांस्कृतिक क्षेत्रों में विशिष्ट योगदान दिया है।

उनकी कविता, बालकाव्य, आलोचना और यात्रा वृतांत की आठ पुस्तकें प्रकाशित हो चकी हैं। नेशनल बुक ट्रस्ट इंडिया द्वारा प्रकाशित गैस गुब्बारा के अब ‘तक दस संस्करण प्रकाशित हुए हें और इस पुस्तक 2 लाख से अधिक प्रतियाँ पाठकों तक पहुंच चकी हैं।

गैस गब्बारा हिमाचल, हरियाणा, गुजरात, उत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में ‘समग्र शिक्षा अभियान’ तथा पाठयक्रम का हिस्सा है। डॉ.बी मदन मोहन की रचनाशीलता का प्रमुख स्वर- राष्ट्रीयता, साम्प्रदायिक सद्भाव, मानवीय मूल्यों की स्थापना, प्रकृति के उदात्त रूप का चित्रण तथा भारत की अलौकिक पहचान को उभारना रहा है।