Friday, June 20

पूर्व सीएम बेअंत सिंह व केपीएस गिल को ‘बुचड़’ बताने वालों के खिलाफ एंटी टेररिस्ट फ्रंट इंडिया छेड़ेगा जन आंदोलन: वीरेश शांडिल्य

  • आतंकी भिंडरावाला की सोच पर पहरा देंगे ठोक कर के नारे दरबार साहिब में लगाने वालो को जेल में डाला जायें : शांडिल्य
  • श्री दरबार साहिब की पवित्रता की रक्षा हेतु केंद्र और राज्य सरकार संयुक्त कार्रवाई करें: वीरेश शांडिल्य
  • अमृतसर में आतंकी भिंडरावाला की याद में जुलूस निकलाने वाले दल खालसा को बैन करें केंद्र सरकार : शांडिल्य

डेमोक्रेटिक फ्रंट, अंबाला – 06 जून :

एंटी टेररिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने 6 जून को ऑपरेशन ब्लू स्टार में शहीद हुए देश के वीरों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि अब वक्त आ गया है कि आतंकी जरनैल सिंह भिंडरावाला का महिमामंडन करने वालों के खिलाफ सख्त जनआंदोलन छेड़ा जाए। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी, शहीद मुख्यमंत्री सरदार बेअंत सिंह, पूर्व सैन्य प्रमुख शहीद जनरल अरुण वैद्य, पंजाब पुलिस के पूर्व डीजीपी केपीएस गिल व भारतीय सेना और पंजाब पुलिस के उन शहीदों को नमन करते हैं, जिन्होंने पंजाब को आतंकवाद से मुक्त करने में सर्वोच्च बलिदान दिया। शांडिल्य ने आज ऑपरेशन ब्लू स्टार के नायकों की याद में तिरंगा यात्रा निकाली इस दौरान शांडिल्य ने शहीद जरनल अरुण वैद्य, इंदिरा गांधी, केपीएस गिल के चित्र अपने हाथों में उठाये हुए थे ।

वीरेश शांडिल्य ने कहा कि हर साल 6 जून को जरनैल सिंह भिंडरावाला की बरसी मनाकर कुछ कट्टरपंथी श्री दरबार साहिब की पवित्रता को अपवित्र कर रहे हैं और ‘खालिस्तान जिंदाबाद’ व भिंडरावाला तेरी सोच पर पहरा देंगे ठोक कर जैसे देशविरोधी नारे लगाकर पंजाब के युवाओं को भ्रमित करने की साजिश कर रहे हैं। उन्होंने केंद्र और पंजाब सरकार से मांग की कि भिंडरावाला की बरसी पर सख्त प्रतिबंध लगाया जाए और पवित्र धार्मिक स्थलों को इस तरह के राष्ट्रविरोधी एजेंडे से मुक्त रखा जाए।

उन्होंने कहा कि जिस बेअंत सिंह ने आतंकवाद से पंजाब को बाहर निकाला, विकास और शांति का मार्ग प्रशस्त किया उन्हें ‘बुचड़’ कहने वाले खालिस्तानियों को बख्शा नहीं जाएगा। इसी तरह केपीएस गिल, जिन्हें आतंकवाद के सफाए का श्रेय दिया जाता है, उनके विरुद्ध भी अपमानजनक बातें करने वालों पर देशद्रोह के मुकदमे दर्ज होने चाहिए।

वीरेश शांडिल्य ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से भी अपील की कि अमृतसर स्थित श्री दरबार साहिब परिसर के अजायब घर से आतंकी भिंडरावाला, बलवंत सिंह राजोआणा, सतवंत सिंह, बेअंत सिंह के हत्यारे दिलावर सिंह, और अन्य खालिस्तानी आतंकियों के चित्रों को तुरंत हटवाया जाए। उनका कहना था कि ये चित्र न सिर्फ दरबार साहिब की पवित्रता को ठेस पहुंचाते हैं, बल्कि पंजाब में फिर से खालिस्तानी विचारधारा को जीवित करने का प्रयास है।

शांडिल्य ने कहा कि यदि केंद्र और राज्य सरकारें इस विषय पर चुप रहीं, तो उनका संगठन देशभर में विरोध प्रदर्शन करेगा और आवश्यकता पड़ी तो पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट या सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया जाएगा। उन्होंने यह भी मांग की कि केंद्र सरकार भिंडरावाला के असली चेहरे को लेकर एक श्वेत पत्र जारी करे ताकि देश की जनता समझ सके कि वह कोई संत नहीं, बल्कि खूंखार आतंकी था जिसने 35 हज़ार निर्दोषों की हत्या की थी।

शांडिल्य ने कहा कि 1984 की आग को एक बार फिर हवा दी जा रही है। यह न सिर्फ हमारी सेना के बलिदान का अपमान है बल्कि सिख धर्म की गरिमा का भी हनन है। आज कुछ मुट्ठीभर लोग पूरी कौम की छवि खराब कर रहे हैं और प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है। जो भिंडरावाला को याद कर खालिस्तान के नारे लगा रहे हैं, वे भारत की एकता और अखंडता पर सीधा हमला कर रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी अपील की कि जिस तरह सरकार ने अनुच्छेद 370 जैसे ऐतिहासिक फैसले लिए, उसी तरह श्री दरबार साहिब की पवित्रता की रक्षा हेतु केंद्र और राज्य सरकार संयुक्त कार्रवाई करें। ‘दल खालसा’ व अन्य ऐसे संगठनों पर प्रतिबंध लगे जो खुलेआम देशविरोधी गतिविधियों में शामिल हैं।

वीरेश शांडिल्य ने स्पष्ट किया कि उनकी यह मुहिम किसी धर्म या समुदाय के विरुद्ध नहीं, बल्कि आतंकवाद के विरुद्ध है। उन्होंने दोहराया कि हर हिंदुस्तानी को आतंकी भिंडरावाला और उसके समर्थकों के खिलाफ आवाज़ उठाने के लिए प्रेरित करेंगे और भारत की अखंडता को बनाए रखने के लिए अंतिम सांस तक संघर्ष करते रहेंगे ।