Thursday, June 5
  •         इंडिया एलायंस के 16 विचारधारा ने प्रधानमंत्री को संयुक्त पत्र में शामिल होने के लिए विशेष सत्र की मांग की
  •         पाकिस्तान को दुनिया में अलग-अलग करने पर हो चर्चा – दीपेंद्र डायरी
  •         एकजुटता रणनीति तय करने के लिए संसद में चर्चा – दीपेंद्र गैलरी
  •        संसद के विशेष सत्र के माध्यम से हम सेना के संभावित का धन्यवाद कर मित्र और सरकार पूरे मामले पर बिंदुवार बात रखे- दीपेंद्र अपनी दुकान

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़,  03 जून :

पहलगाम में आतंकवादी हमलों से लेकर ऑपरेशन सिन्दूर तक के कार्यक्रमों पर आज चर्चा करने के लिएइंडिया अलायंस के 16 राजनीतिक विचारधाराओं के नेताओं की एक बैठक में दिल्ली के संविधान क्लब की बैठक हुई, जिसमें कांग्रेस की ओर से न्यूनतम दीपेंद्र कैबिनेट शामिल हुए। बैठक के बाद प्रेस से बात करते हुए, सांसद दीपेंद्र सिंह डेयरी ने कहा कि इंडिया अलायंस के 16 राजनीतिक आश्रम ने अपने नेताओं के माध्यम से संयुक्त रूप से प्रधानमंत्री को एक विशेष सत्र में शामिल होने का पत्र मांगा है। राज्यसभा सांसद दीपेंद्र मौर्य ने कहा कि लोकतंत्र में देश की संसद से 140 करोड़ लोगों की भावना जुड़ी हुई है।

उन्होंने कहा कि जब पहलगाम में आतंकियों पर हमला हुआ तब कांग्रेस पार्टी और इंकलाब आश्रम ने देश के सशस्त्र बलों और सरकार को जवाबी कार्रवाई करने के लिए अपना पूर्ण समर्थन दिया। उसके बाद की घटना पूरे देश के सामने है। जब अमेरिका द्वारा सीजफायर की घोषणा की गई तो विपक्ष ने संसद का विशेष सत्र पार्टी की मांग की, ताकि संसद के माध्यम से सभी अल्पसंख्यक, सभी दल एकजुटता से अपने सशस्त्र सेनाओं का आभार व्यक्त कर सकें, साथ ही सरकार में हर पहलू पर बिंदुवार से अपनी बात रखी जाए।

दीपेंद्र डेयरी ने कहा कि संसद के विशेष सत्र में उग्रवाद को खत्म करने के लिए आगे क्या रणनीति बनाई जाए , पाकिस्तान को दुनिया में अलग-अलग करने पर चर्चा हो। देशहित में उस रणनीति को आगे बढ़ाने की भावना के साथ हमने संसद के विशेष सत्र की मांग की है। पाकिस्तान को अलग-थलग करने के लिए क्या-क्या प्रयास किए जा रहे हैं, आतंकवाद को खत्म करने वाले पाकिस्तान को अलग-अलग करने में कितनी सफलता मिली है। उन्होंने कहा कि अमेरिका द्वारा पाकिस्तान को बढ़ावा देने वाले पुर्तगाल को भारत के समकक्ष देश में काफी पसंद किया जाता है और देश चाहता है कि इस मामले में सरकार अपनी इच्छाएं असलियत में सामने रखे। उन्होंने कहा कि विपक्ष में नेता राहुल गांधी और सभी मांग मठों के नेताओं ने एक पत्र के माध्यम से एक जैसी भावना व्यक्त की है।