Wednesday, June 4

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर, 02 जून :

हर वर्ष 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है और इस दौरान सरकार व समाजसेवी संस्थाओं द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से जनता को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करने का प्रयास किया जाता है। इसी श्रखला में पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने हेतु पर्यावरण प्रेमी, समाजसेवी और व्यवसायी रनदेव त्यागी द्वारा अनूठी पहल की गई है। इस उपलक्ष्य में रनदेव त्यागी ने मधु इंडस्ट्रीज के बैनर तले लोगों को सुंदर गमले आधे दामों पर देने का निर्णय लिया है और साथ ही अलग अलग तरह के पौधे बिल्कुल निःशुल्क प्रदान किए जा रहे हैं। गौरतलब है कि पर्यावरण सरंक्षण के प्रति जागरूक करने के लिए यह ऑफ़र 5 जून से शुरू किया जाएगा और गमलों का स्टॉक उपलब्ध रहने तक जारी रहेगा। इस संदर्भ में बोलते हुए रनदेव त्यागी ने कहा कि पर्यावरण दिवस न केवल हमें प्रकृति के महत्व का स्मरण कराता है, बल्कि यह दिन हमें यह सोचने पर भी विवश करता है कि हम अपने पर्यावरण की रक्षा के लिए क्या कर रहे हैं। इस अवसर पर अनेक संस्थाएं, सरकारें और सामाजिक संगठन पर्यावरण संरक्षण को लेकर जागरूकता फैलाते हैं। 

रनदेव त्यागी, जो वर्षों से पर्यावरण से जुड़े कार्यों में सक्रिय हैं, ने इस वर्ष पर्यावरण दिवस के अवसर पर आम जनता को हरित जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करने का एक नया तरीका अपनाया। उन्होंने मधु इंडस्ट्रीज के बैनर तले चलाए जा रहे अपने  व्यवसाय के तहत गमलों पर 50 प्रतिशत की विशेष छूट देने की घोषणा की हैं और फूलदार व औषधीय पौधे बिल्कुल निशुल्क देने का सराहनीय कार्य किया है। त्यागी का उद्देश्य है कि अधिक से अधिक लोग पौधों को अपनाएं, उन्हें अपने घरों, बालकनियों और छतों पर लगाएं और इस प्रकार हरियाली को बढ़ावा दें। रनदेव त्यागी का मानना है कि पौधे लगाना केवल एक पर्यावरणीय कर्तव्य नहीं, बल्कि यह हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए एक उपहार है। “जब लोग सस्ती दरों पर गमले खरीदेंगे, तो उनमें पौधे लगाने की प्रवृत्ति भी बढ़ेगी,” उन्होंने कहा। उन्होंने यह भी जोड़ा कि यदि हम हर व्यक्ति को केवल एक पौधा लगाने के लिए भी प्रेरित कर सकें, तो यह एक बड़ा परिवर्तन लाएगा। त्यागी की यह पहल केवल बिक्री तक सीमित नहीं रही।

न्होंने स्कूलों, कॉलोनियों और सामाजिक व शिक्षण संस्थानों में जाकर लोगों को पौधों के महत्व के बारे में बताया और पौधे भेंट किए। उन्होंने विशेष रूप से बच्चों और युवाओं को इस अभियान में जोड़ने का प्रयास किया ताकि बचपन से ही प्रकृति के प्रति प्रेम की भावना विकसित हो। रनदेव त्यागी की इस पहल को स्थानीय लोगों ने भी खूब सराहा है। कई परिवारों ने इस अवसर पर पौधे खरीद कर अपने घरों और आसपास के क्षेत्रों में लगाना शुरू कर दिया है। इससे एक सकारात्मक संदेश भी गया है कि हर व्यक्ति अपनी छोटी-छोटी कोशिशों से बड़ा बदलाव ला सकता है। पर्यावरण संरक्षण केवल सरकार या संस्थाओं की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि यह हर नागरिक का कर्तव्य है। रनदेव त्यागी जैसे समाजसेवी हमें यह सिखाते हैं कि छोटे-छोटे प्रयास भी बड़े परिवर्तन ला सकते हैं। उनकी यह पहल न केवल सराहनीय है, बल्कि अनुकरणीय भी है।