Monday, June 23

कोशिक खान, डेमोक्रेटिक फ्रंट, छछरौली, 28 मई  :

वन विभाग के छछरौली रेंज में पॉपुलर समेत विभिन्न प्रजातियों के चार लाख पौधे वन विभाग तैयार कर रहा है। तैयार पौधे जंगल, सड़कों व सार्वजनिक स्थानों पर लगाए जाएंगे। पॉपुलर के पौधे हर साल की तरह कम रेट पर किसानों को उपलब्ध करवाए जाएंगे। 

छछरौली की कलसिया रेंज के रेंज ऑफिसर दिनेश पूनिया ने जानकारी देते हुए बताया कि वन विभाग इस बार नर्सरी में करीब 4 लाख पौधे तैयार कर रहा है। जिनका आने वाले समय में जंगल, सड़कों, स्कूल व सार्वजनिक स्थानों पर पौधारोपण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस बार पॉपुलर के 105000 पौधे तैयार किए जा रहे हैं। जो कि किसानों को बाजार से आधे रेट में उपलब्ध कराए जाएंगे हैं। इसके अलावा उन्होंने बताया कि 3 लाख के करीब फलदार, छायादार व औषधि पौधों की नर्सरी तैयार की जा रही है। इनमें से अधिकतर पौधे फ्री सप्लाई के लिए हैं जो की स्कूलों सार्वजनिक स्थानों पर व आम आदमी को फ्री सप्लाई किए जाएंगे ताकि आम आदमी ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण कर सके। उन्होंने बताया कि जितना ज्यादा पौधा रोपण होगा पर्यावरण को उतना ही सुरक्षित किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि वन विभाग छछरौली रेंज की तीनों नर्सरी छछरौली, कोट व डारपुर पौधों की नर्सरी तैयार करने में लगा हुआ है। छछरौली क्षेत्र में किसी भी किसान को अपने खेत व अन्य जगहों पर पौधारोपण करना है तो वह छछरौली वन विभाग से संपर्क कर सकता है। छछरौली वन विभाग की तरफ से उनको पौधारोपण के लिए निशुल्क पौधे वितरित किए जाएंगे और पौधों के बारे में जानकारी भी दी जाएगी की किस प्रजाति के पौधे को किस तरह से लगाना है और उसकी भविष्य में कैसे देखभाल करनी है। उन्होंने बताया कि छछरौली रेंज की सभी नर्सरी में इस समय पौधे पूरी तरह से तैयार हैं और नर्सरी इस समय हरी भरी बनी हुई है।

वन विभाग की नर्सरी में जो पॉपुलर के पेड़ तैयार किया जा रहे हैं गत वर्ष उनका मूल्य ₹20 प्रति पेड़ रखा हुआ था जब कि प्राइवेट नर्सरी में पेड़ का रेट₹40 के लगभग था। इस वर्ष जो पॉपुलर का पेड़ तैयार हो रहा है उनका रेट आगामी वर्ष जनवरी में विभाग की तरफ से निर्धारित किया जाएगा।

औषधीय पौधे भी हो गए तैयार

आम आदमी वन विभाग की नर्सरी से औषधीय पौधे भी ले सकता है। जिनमें आंवला, हरड, बहेड़ा के पौधे लेकर अपने घर पर भी लगा सकता है इन तीनों औषधीय पौधों से मिलकर त्रिफला चूर्ण बनता है। त्रिफला चूर्ण हम अक्षर बाजार से महंगे दामों पर खरीदते हैं। हम अगर यह औषधि पौधे अपने गार्डन में लगाते हैं तो यह चूरण हम अपने घर पर ही तैयार कर सकते हैं। जामुन का पेड़ भी बहुत उपयोगी है जिसके बारे लगभग सभी जानते हैं शूगर को कंट्रोल करती है। उन्होंने बताया कि घर के आंगन में अगर नीम का पेड़ लगा हुआ होता है तो इसे काफी बीमारियां घर से दूर भाग जाती है। आंगन में नीम का पेड़ लगाने से वातावरण भी शुद्ध रहता है।

इन प्रजातियों के हुए पौधे तैयार 

छछरौली वन विभाग ने नर्सरी में  नीम, बड़, पीपल, पिलखन, कुसुम, मौलसरी, बहेड़ा, शीशम, सफेदा, पॉपुलर, तुन, सांगवान, सिमल, अर्जुन, खैर, ढांक, जंगल जलेबी, पहाड़ी पापड़ी, जकरंडा, अमलतास, कचनार, हाथी फल, पुत्र जीव, आम, जामुन, अमरुद, अनार, इमली, नींबू, आंवला, बेलपत्र, आदि पोधों की नर्सरी तैयार की जा रही है।