Saturday, May 17

राजकीय स्कूलों में शिक्षक बच्चों को बना सकते हैं और अधिक ज्ञानवान: रामरत्न

जगदीश असीजा, डेमोक्रेटिक फ्रंट, उकलाना, 16 मई  :

आरोही मॉडल स्कूल में उप जिला शिक्षा अधिकारी एवं डीपीसी  रामरत्न दौरे पर पहुंचे। रामरत्न पूर्व में इसी स्कूल में  प्राचार्य के पद पर रहे जिन्होंने आरोही मॉडल स्कूल को एक ऊंचाइयों तक ले जाने का काम किया । उन्होंने पर्यावरण को लेकर विशेष मुहिम चलाई जिससे बच्चे तथा अभिभावकों ने इस स्कूल में 1500 से ज्यादा पेड़ लगाए गए जो औषधि तथा फलदार के रूप में भी है। आज यह देखने को मिला कि पेड़ कम नहीं हुए बल्कि अत्यधिक हैं उन्होंने बताया कि जब इस पद पर थे तो क्षेत्र के सरपंच व समाजसेवियों ने स्कूल को ऊंचा उठाने में अपना विशेष योगदान दिया और उस दौरान 500 बच्चे यहां शिक्षा ग्रहण कर रहे थे उन्होंने कहा कि अब  जिले की जिम्मेदारी है उसमें आज स्कूल मुखिया एसएमसी प्रधान अभिभावक तथा अन्य गणमान्य लोगों के सहयोग के साथ पूरे जिले के राजकीय स्कूलों को और अधिक ऊंचाई तक ले जाने का काम किया जाएगा ताकि ज्यादा से ज्यादा छात्र राजकीय स्कूलों में शिक्षा ग्रहण करें तथा सरकार की योजनाओं का लाभ ले सके। उन्होंने संस्कारों को लेकर कहा संस्कार एवं शरीर चैलेंज बन चुका राजकीय स्कूलों में बच्चों को संस्कारवान तथा सुडौल बनाने के लिए भी हर तरीके से प्रयास किए जा रहे हैं। सरकारी स्कूलों में शिक्षक अत्यधिक शिक्षित हैं जो बच्चों को अत्यधिक ज्ञान देने में सक्षम है। अभिभावकों से उन्होंने आग्रह किया कि बच्चा जब स्कूल से घर जाए कम से कम एक बार उसका अवलोकन करें कि बच्चा कैसी शिक्षा ग्रहण करके आया है। उन्होंने साइकिलिंग खेल नर्सरी की उपलब्धियां का जिक्र करते हुए कहा की आरोही स्कूल में जब आरोही नर्सरी आने से अनेक खिलाड़ी राज्य स्तर पर अपना लोहा मनवाया। उन्होंने कहा स्कूल के प्राचार्य सुरेंद्र पाल वर्मा पूरी मेहनत कर रहे हैं और आने वाले समय में यह और अधिक ऊंचाइयों तक स्कूल को ले जाने का काम करेंगे ।

स्कूल प्राचार्य सुरेंद्र पाल वर्मा ने कहा आरोही स्कूल को ऊंचाई जाने का काम पूर्व प्राचार्य मौजूद डीपीसी उप जिला शिक्षा अधिकारी रामरत्न ने किया। पर्यावरण की बात हो या शिक्षा की  उन्होंने हर क्षेत्र में स्कूल को ऊंचाइयों तक पहुंचाया। एसएमसी कमेटी के अध्यक्ष राजकुमार ने कहा स्कूल  अपने ऊंचाइयों पर  पहुंच रहा है स्कूल बस की सुविधा से दूर दराज के बच्चे लाभ ले रहे हैं ।