Tuesday, May 13

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर, 13 मई :

डीएवी कॉलेज फॉर गर्ल्स ने इंडियन नॉलेज सिस्टम के अंतर्गत आयोजित भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए नवोदित चुनौतियों का संस्कृत शास़्त्रीय विवेचन विषय पर आयोजित वेबिनार कम ओपन हाउस डायलॉग में भाग लिया। समाजिक कार्यकर्ता एवं पूर्व सीएमओ मैनेजमेंट कंस्लटेंट एंड ट्रेनर हेमंत गोवस्वी मुख्य वक्ता रहे। उन्होंने पहलगाम में आतंकी हमले एवं भारत पाकिस्तान युद्ध पर दुख व्यक्त करते हुए भारतीय संस्कृति एवं राष्ट्रीय सुरक्षा पर विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि इस प्रकार युद्ध करना, शस्त्र उठाना हमारी संस्कृति नहीं है। परंतु इस प्रकार के हमलों के समय स्थानीय जनता की जो प्रतिक्रिया है, वह सही नहीं थी। भारतीय सुरक्षा और संस्कृति की सुरक्षा के लिए शिक्षा प्रणाली में परिवर्तन करना आवश्यक है। संस्कृत हमारी संस्कृति का प्रतिनिधित्व करती है। परंतु हम भारतीय ही उसे पीछे छोडते जा रहे हैं। आधुनिक शिक्षा प्रणाली के साथ-साथ गुरूकुल शिक्षा प्रणाली को भी अपनाना चाहिए। विद्यार्थियों को संस्कृत भाषा का ज्ञान, अपने ग्रंथों शास्त्रों का पारंपरिक ज्ञान आवश्य देना चहिए। इस प्रकार हमला, युद्ध जैसी घटनाओं पर विचार करना उनका समाधान करना आवश्यक है और उसका जरिया है शिक्षा प्रणाली में संस्कृति के अनुसार पाठ्यक्रम जोडना। इस अवसर पर इंदू शर्मा, सुभाष जाडू, विवेक गर्ग, आशुतोष, रविंद्र कुमार इत्यादि विद्वानों ने भारतीय संस्कृति, शिक्षा सुरक्षा पर अपने विचार व्यक्त किए। कॉलेज के इंडियन नॉलेज सिस्टम कनवीनर डॉ किरण शर्मा ने सभी विद्वानों द्वारा इस ज्वलंत एवं गंभीर मुद्दे पर जानकारी देने एवं  हम सभी शिक्षक वर्ग का इन सबके प्रति योगदान बताते हुए धन्यवाद ज्ञापन दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मनोविज्ञान विभाग अध्यक्ष शालिनी छाबडा ने की। मौके पर डॉ नीता द्विवेदी, विवेक नरूला, कनिका, पारूल, डॉ गुरशरन कौर, डॉ दीपिका घई, लिपाक्षी एवं कॉलेज विद्यार्थी उपस्थित रहे।