- पहलगाम में शहीद हुए लोगों के घरों में ख़ुद जाकर परिजनों को सांत्वना व 50 लाख की सहायता दें सीएम अब्दुल्ला: वीरेश शांडिल्य
- एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री को पत्र लिख पहलगांव के तमाम शहीदों के परिजनों को जम्मू कश्मीर सरकार की तरफ से 50 लाख की सहायता प्रदान करें और शहीदों के परिवारों से मांगे माफी
डेमोक्रेटिक फ्रंट, अंबाला – 02 मई :
एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया व विश्व हिन्दु तख्त प्रमुख वीरेश शांडिल्य ने जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को पत्र लिख कर मांग की है कि पहलगांव के तमाम शहीदों के घरों में जाकर उनके परिजनों को मिलें और अपने राज्य में भारत के अन्य राज्यों से आए पर्यटकों को सुरक्षा न दे पाने पर माफी मांगे इससे उमर अब्दुल्ला सरकार के प्रति पहलगांव में शहीद हुए परिजनों का गुस्सा व रोष कम होगा। वीरेश शांडिल्य ने आज पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि पहलगांव में शहीद हुए उन लोगों के घर जाएं उनके परिजनों को मिले और साथ ही जम्मू कश्मीर सरकार की तरफ से शहीदों के परिजनों को 50 लाख की आर्थिक सहायता मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला दें और उन शहीदों के परिजनों को बताएं कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता और शहीदों के परिजनों के माध्यम से देश की 140 करोड़ जनता को विश्वास दिलाएं कि भविष्य में जम्मू कश्मीर में आने वाले हर पर्यटक को पूरी सुरक्षा मिलेगी। एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने कहा कि अब तो स्वयं ही जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को पहलगांव में जो पर्यटक जो भारत के अन्य राज्यों से आए थे स्वयं उनके घरों में जाकर परिवार को सांत्वना व पहलगांव के शहीदों को श्रद्धांजलि देने की पहल करनी चाहिए थी जिससे जम्मू कश्मीर सरकार का पूरे विश्व में संदेश जाता क्योंकि यह जलियावाला जैसा दर्दनाक कांड जम्मू कश्मीर की धरती पर हुआ है जिस जम्मू कश्मीर सरकार के मुखिया उमर अब्दुल्ला हैं। वहीं एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने उमर अब्दुल्ला को लिखे पत्र में कहा कि जम्मू कश्मीर में न केवल हर पर्यटन स्थल पर जम्मू कश्मीर पुलिस तैनात करे वहीं जम्मू कश्मीर के हर पर्यटन स्थल पर स्थाई तौर पर भारतीय सेना व पैरामिल्ट्री तैनात करने को लेकर उमर अब्दुल्ला गृह मंत्री अमित शाह व रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से इस बात की मांग करें और पहलगांव में उन तमाम शहीदों का एक यादगार स्मारक बनाया जाए ताकि जम्मू कश्मीर सरकार का आम जनता में यह संदेश जाए कि उमर अब्दुल्ला सरकार आतंकवाद के खिलाफ है और आने वाले समय में आतंकवादियों के खिलाफ आर पार की लड़ाई लड़ेगी।