अगर हम किसी ब्रहमज्ञानी के द्वारा की गई कथा को श्रवण करते हैं, तो भगवान का दर्शन आज भी संभव है : साध्वी संयोगिता भारती
डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 30 अप्रैल :
श्री ब्रह्माण सभा, चण्डीगढ़ द्वारा भगवान परशुराम जयन्ती के शुभ अवसर पर भगवान परशुराम भवन, सेक्टर 37-सी चंडीगढ़ में भजन संर्कीतन का आयोजन किया गया जिसमें दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान (डीजेजेएस) से आमंत्रित संस्थान के संचालक एवं संस्थापक आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी संयोगिता भारती ने कहा कि प्रभु परशुराम की कथा का केवल श्रवण करने से ही भगवान का दर्शन होता है। जब प्रभु परशुराम की कथा को परिक्षित ने सुना तो उनहे प्रभु का दर्शन हुआ और मुक्ति मिली। मॉं पार्वती जी के 108 जन्मों के बारे मे हमारे पुराणों मे जिक्र आता है किन्तु जब भगवान उन्हे कथा सुनाते है उसके बाद उनका कोई जन्म नही होता। आज भी कथा श्रवण करने से भगवान का दर्शन होना संभव है किन्तु कथा सुनाने वाला कोई ब्रहमज्ञानी हो क्योंकि ब्रहमज्ञानी वक्ता पहले ध्यान में उतर कर कथा को अपने भीतर देखता है फिर उसे वांचता है। अगर हम किसी ब्रहमज्ञानी के द्वारा की गई कथा को श्रवण करते है तो भगवान का दर्शन आज भी संभव है।
साध्वी जी ने भगवान परशुराम जी के बारे मे कहा कि उनके एक हाथ मे शस्त्र और दूसरे हाथ में वेद है जो भक्ति और शक्ति का संकेत है। हर महापुरुष ने यही किया पहले ज्ञान दिया फिर उस ज्ञान के द्वारा शक्ति का सही प्रयोग किया। कयोंकि भक्ति के अभाव मे शक्ति विनाशकारी सिद्ध होती है। कार्यक्रम में साध्वी मंजीत भारती, साध्वी मनप्रीत भारती एवं साध्वी हीमाक्षी भारती ने सुमधुर भजनों का गायन किया। श्री ब्राह्मण सभा चंडीगढ़ के प्रधान यशपाल तिवारी ने बताया कि भगवान परशुराम जयंती समारोह के अंतिम दिन सभा की आम बैठक भी आयोजित की गयी जिसमें कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
स अवसर पर श्री ब्राह्मण सभा चंडीगढ़ के अति वरिष्ठ आजीवन सदस्यों में से श्रीमती बिमला देवी, डॉक्टर राजेश शर्मा और श्रीमती सुधा वर्मा को सम्मानित किया गया। विशेष अतिथि सभा के स्तंभ पूर्व उच्च पदाधिकारी डॉक्टर एपी सांवरिया ने कहा कि जिस लगन और मेहनत से सुंदर भवन बनाया गया था उसकी देख-भाल सही हाथों में है, ये देख कर मन को बहुत तसल्ली हुई। वर्तमान कार्यकारिणी की डॉक्टर एपी सांवरिया ने भरपुर तारीफ की। कार्यक्रम को विराम भगवान परशुराम जी की पावन आरती द्वारा दिया गया एवं आरती में श्री ब्रह्माण सभा एवं महिला मण्डल के सभी सदस्य सम्मिलित हुए।