Tuesday, April 22

यह समय सतयुग के आरंभ का है, जब एक बार फिर से धर्मधारा का प्रचार हो रहा है : पंडित काशीनाथ मिश्रजी

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 22 अप्रैल :

सनातन धर्म मंदिर, सेक्टर 37 में आयोजित सप्तदिवसीय भागवत कथा तथा भविष्य मालिका चर्चा के छठे दिवस आज परमपूज्य पंडित काशीनाथ मिश्रजी ने जगन्नाथ विग्रह की पूजा से सत्संग की शुरुआत की। विश्व सनातन धर्म सेवा ट्रस्ट एवं महारत्नपुर मंडल के तत्वावधान में आयोजित इस सत्संग में व्यासपीठ से पंडितजी ने आज जिन बिंदुओं की व्याख्या की उनमें भक्तों के लक्षण, भक्त प्रह्लाद, मृत्यु से कौन नहीं डरता, आदि मुख्य थे। काशीनाथजी ने भागवत कथा का संदर्भ रखते हुए श्रोताओं को बताया कि अब कलियुग-अंत हो चुका और यह समय सतयुग के आरंभ का है जब एक बार फिर से धर्मधारा का प्रचार हो रहा है। उन्होंने सभी श्रोताओं से मैं-पन के त्याग का आह्वान करते हुए उनसे नित्य भागवत पठन, त्रिसंध्या स्तुति करते हुए माधव-नामजप को अंगीकार करने का अनुरोध किया।  

विश्व सनातन धर्म सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष पं. काशीनाथ मिश्र ने आज भी कथा के साथ मधुर संगीतमय भजनों की दिव्य प्रस्तुति द्वारा श्रोताओं को भाव विगलित कर दिया। सभा के अंत में उन्होंने गीतगोविन्द का अत्यंत मधुर लय में गायन करते हुए श्रोताओं के प्रश्नों के उत्तर भी दिए।

सत्संग-सभा के दौरान रोजाना तीन बार त्रिकाल संध्या एवं सामूहिक भागवत पठन की गतिविधियां भी चल रही हैं जिनमें भक्तों-श्रोताओं की सक्रिय सहभागिता देखी जा रही है।