Wednesday, March 26

पंचांग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है। माना जाता है कि भगवान श्रीराम भी पंचांग का श्रवण करते थे। शास्त्र कहते हैं कि तिथि के पठन और श्रवण से मां लक्ष्मी की कृपा मिलती है। तिथि का क्या महत्व है और किस तिथि में कौन से कार्य करान चाहिए या नहीं यह जानने से लाभ मिलता ह। पंचांग मुख्यतः पाँच भागों से बना है। ये पांच भाग हैं : तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण। यहां दैनिक पंचांग में आपको शुभ समय, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू माह और पहलू आदि के बारे में जानकारी मिलती है।

डेमोक्रेटिक फ्रंट, आध्यात्मिक डेस्क – पंचांग, 25 मार्च 2025

नोटः आज पापमोचनी एकादशी व्रत (स्मार्त) है। जो लोग वेद-पुराणों का अध्ययन करते हैं, पंचदेवों की पूजा करते हैं, और गृहस्थ धर्म का पालन करते हैं, उन्हें स्मार्त कहते हैं। स्मार्त लोग श्रुति और स्मृति में विश्वास रखते हैं। स्मार्त संप्रदाय के लोगों को स्मार्त ब्राह्मण भी कहा जाता है। यह व्रत चैत्र महीने के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को रखा जाता है। इस साल यह व्रत यानी आज के दिन रखा जा रहा है। ऐसी मान्यता है कि इस उपवास को रखने से भक्तों के सभी कष्टों का अंत होता है। इसके साथ ही भगवान विष्णु का आशीर्वाद सदैव के लिए प्राप्त होता है।

नोटः आज अपराहन् काल 03.15 से पंचक प्रारम्भ हो रहे हैं, पंचक काल में तृण, काष्ठ, धातु का संचय व भवन निर्माण और नवीन कार्य तथा यात्रा आदि कर्म वर्जित होते हैं।पंचक काल में शव दाह का भी निषेध होता है।चूंकि शव को इतनी लंबी अवधि हेतु रोकना देश काल परिस्थिति के अनुसार मुश्किल हैं, अतः योग्य वैदिक ब्रह्मण की सलाह लेकर पंच पुतलों का दाह और पंचक नक्षत्रों की शांति विधि पूर्वक करानी चाहिए। क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि मृतक व्यक्ति के परिवार व संबंधियों में से ही पॉच व्यक्तियों के अकालमृत्यु होने की आशंका बनी रहती है।

विक्रमी सवत्ः 2081, 

शक संवत्ः 1946, 

मासः चैत्ऱ 

पक्षः कृष्ण, 

तिथिः द्वादशी रात्रि काल 01.43 तक है, 

वारः बुधवार। 

नोटः आज उत्तर दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर बुधवार को राई का दान, लाल सरसों का दान देकर यात्रा करें।

नक्षत्रः धनिष्ठा रात्रि काल 02.30 तक है, 

योग सिद्ध दोपहर काल 12.25 तक है, 

करणः कौलव, 

सूर्य राशिः मीन, चन्द्र राशिः मकर,

राहू कालः दोपहर 12.00 बजे से 1.30 बजे तक,

सूर्योदयः 06.22, सूर्यास्तः 06.32 बजे।