Wednesday, September 17

    सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर, 25 मार्च :

डीएवी डैंटल कॉलेज एंड हॉस्पिटल यमुनानगर के डायरेक्टर प्रिंसिपल डॉ आई के पिता पंडित मोहन लाल जी का 85 वर्ष की आयु में 21 मार्च को अस्पताल में ईलाज के दौरान निधन हो गया है।

स्वर्गीय पंडित मोहनलाल की आत्मा की शांति हेतु कॉलेज परिसर में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया।

इस अवसर पर डॉ मिगलानी की अध्यक्षता में कॉलेज के सम्पूर्ण स्टॉफ एवं विद्यार्थियों द्वारा दिवंगत आत्मा के लिए 2 मिनट का मौन रखा गया। गौरतलब है कि डॉ पंडित के पिता स्वर्गीय पंडित मोहनलाल जी फाइनेंस डिपार्टमेंट जम्मू कश्मीर में अधिकारी के रूप में अपनी सेवाएं प्रदान कर चुके हैं। उनका पूरा जीवन सामजिक व धार्मिक कार्यों के लिए समर्पित रहा।

स्वर्गीय पंडित मोहनलाल  राजनीतिक और प्रशासनिक क्षेत्र में अलग पहचान रखते थे, जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला उनके सहपाठी रहे और  परिवार के साथ घनिष्ठ संबंध होने के कारण उनकी अच्छी पैठ रही। स्वर्गीय पंडित मोहन लाल पिछले कई दशकों से हरियाणा के यमुनानगर में स्थाई रूप से रह रहे थे।

उन्होंने अपने जीवन में समाज और परिवार के लिए अतुलनीय भूमिका निभाई। उनके बड़े बेटे वर्तमान में मुख्य न्यायाधीश के रूप में अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं तथा बेटी कॉलेज में प्रिंसिपल हैं। स्वर्गीय पंडित मोहनलाल जी के सुपुत्र एवं डीएवी डेंटल कॉलेज के प्रिंसिपल डायरेक्टर डॉ आई के पंडित ने बताया कि उनके पिता के देहांत से परिवार को गहरी क्षति पहुंची है। उन्होंने कहा कि उनके स्वर्गीय पिता ने अपनी अंतिम सांस तक कश्मीर वापसी का सपना देखा था जो पूरा नहीं हो सका। स्वर्गीय पंडित मोहनलाल ने अपने परिवार सहित 1990 में कश्मीर से पलायन किया था। तत्कालीन समय में कश्मीर में कश्मीरी पंडितों पर हुए अत्याचार के चलते उन्हें मजबूरन कश्मीर छोड़ना पड़ा। उन्होंने हरियाणा में आने के बाद हर दिन कश्मीरी पंडितों के लिए सभी सरकारों से न्याय उम्मीद लगाए रखी और अंतिम समय में भी उनका सपना घर वापसी का था लेकिन दुर्भाग्यवश उनका यह सपना केवल सपना ही बनकर रह गया।

स्वर्गीय पंडित मोहनलाल जी के निधन पर प्रदेश व शहर के राजनैतिक व सामाजिक संगठनों ने गहरा शोक व्यक्त किया है।