- कैमरी आश्रम के वार्षिकोत्सव में आश्रम के बच्चों द्वारा प्राणनाथ नाटिका का मंचन
- ब्रह्मलीन दयालदास महाराज जैसे विरले ही होते हैं संत – स्वामी टहल किशोर
पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार, 22 मार्च :
श्रीकृष्ण प्रणामी मंदिर व बाल सेवा आश्रम, कैमरी के पांच दिवसीय 50वें वार्षिकोत्सव स्वर्ण जयंती महोत्सव के चौथे दिन की शुरुआत भी 108 पारायण पाठ से की गई। सैंकड़ों श्रद्धालुओं ने पूरे श्रद्धा भाव से पाठ का वाचन किया। हरियाणा के अलावा दूसरे प्रदेशों से भी श्रद्धालुओं ने भाग लिया। दोपहर बाद आश्रम के बच्चों द्वारा श्रीप्राणनाथ नाटिका का मंचन किया गया, जिसे उपस्थित लोगों ने खूब सराहा।
इससे पूर्व संत सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें देश के विभिन्न भागों से उच्चकोटि के संतों ने भाग लिया। गुजरात से आये स्वामी टहल किशोर महाराज ने अपने संबोधन में आश्रम के मुख्य संचालक रहे ब्रह्मलीन स्वामी दयालदास महाराज को याद करते हुए उनके साथ बिताये हुए संस्मरण सुनाये। उन्होंने स्वामी दयालदास की दयालुता के कई उदाहरण प्रस्तुत करते हुए कहा कि जरुरी नहीं कि केवल पैसे वाले या ज्यादा पढ़े-लिखे की ही पूजा हो। अपने कर्मों के अनुसार अपनी समूचा जीवन भगवान की स्तुति व समाजसेवा में समर्पित करने वाला भी संसार में पूजा जाता है। स्वामी दयालदास का सारा जीवन परोपकार के कार्यों में लगा रहा। वे त्याग की प्रतिमूर्ति थे। उनके देवलोकगमन जाने से संत जगत ने एक हीरा खो दिया है। उनकी पूर्ति कभी नहीं हो सकती। संत सम्मेलन में जम्मू से आये उमेशानंद महाराज ने कहा कि कैमरी की इस पवित्र भूमि पर इतने बड़े आयोजन में संतों के आने से संत समाज भी धन्य हो गया है। स्वामी दयालदास द्वारा लगाये गये इस पौधे को अब स्वामी राजदास महाराज अपने कर कमलों से आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं। भिवानी से आये मुकंदशरण शास्त्री ने कहा कि कैमरी आश्रम के मुख्य संचालक रहे स्वामी दयालदास महाराज के नेतृत्व में आश्रम में चलाये गये सेवा कार्य अन्य शहरों व संस्थाओं के लिये एक मिसाल है। संत सम्मेलन में स्वामी राजेश्वरानंद, दिव्यानंद महाराज, श्यामानंद महाराज, कृष्ण कबीर महाराज, स्वामी विवेकानंद महाराज, प्रेमानंद महाराज, श्यामदास महाराज, शारदा प्रणामी, साध्वी पवित्रा, साध्वी सुरभि, कमला बाईजी, अंतिमा दीदी, गोपिका दीदी आदि ने अपने विचार रखते हुए समाज को सही दिशा दिखाने का काम किया। सभी संतों का शॉल ओढ़ाकर व स्मृति चिह्न देकर अभिनंदन किया गया। मंच का संचालन श्रीकृष्ण प्रणामी सर्व कल्याण ट्रस्ट के अध्यक्ष राजदास महाराज ने किया।
इसके बाद श्रीकृष्ण कथा की गई जिसमें परमहंस स्वामी सदानंद महाराज ने प्रवचन दिये। श्रीकृष्ण प्रणामी सर्व कल्याण ट्रस्ट के अध्यक्ष स्वामी राजदास महाराज ने बताया कि 23 मार्च को प्रात: 9:15 बजे श्री108 पारायण पाठ व श्रीकृष्ण कथा की पूर्णाहुति के बाद भंडारा चलाया जाएगा।