Sunday, March 23
  • स्वयंसेवकों में समाज सेवा और राष्ट्र निर्माण की भावना विकसित करना बहुत जरूरी: प्रो. बी.आर. काम्बोज-
  • हकृवि में सात दिवसीय राष्ट्रीय एकता शिविर का शुभारंभ : 13 राज्यों के स्वयंसेवक लें रहें भाग

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार, 22 मार्च :

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में छात्र कल्याण निदेशालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई व युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय भारत सरकार के क्षेत्रीय निदेशालय के सहयोग से विकसित भारत 2047 विषय पर सात दिवसीय राष्ट्रीय एकता शिविर का शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी.आर. काम्बोज मुख्यातिथि के तौर पर उपस्थित रहें। इस शिविर में देश के विभिन्न 13 राज्यों के 200 स्वयंसेवक भाग ले रहे हैं। शिविर में असम, महाराष्ट्र, ओडिशा, हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़, पंजाब, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, गुजरात, राजस्थान, कर्नाटक व हरियाणा से स्वयंसेवक भाग ले रहे हैं।

       कुलपति प्रो. बी.आर. काम्बोज ने अपने संबोधन में कहा कि स्वयंसेवकों में समाज सेवा और राष्ट्र निर्माण की भावना विकसित करना बहुत जरूरी है। राष्ट्रीय सेवा योजना के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि स्वयंसेवकों में सामाजिक सेवा की भावना विकसित करना, नेतृत्व क्षमता का विकास, समाज और पर्यावरण के प्रति जागरूकता, राष्ट्रीय एकता और सद्भाव को बढ़ाना, आपदा प्रबंधन और राहत कार्यों में योगदान, ग्रामीण विकास तथा व्यक्तित्व और चरित्र निर्माण का विकास करना शामिल है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए चलाए जा रहे अभियान में युवाओं का अहम योगदान होगा। विश्व में सबसे अधिक युवा भारत वर्ष में हैं। योजनाओं एवं कार्यक्रमों के प्रति लोगों को जागरूक करने में स्वयंसेवकों का महत्वपूर्ण योगदान होता है । हमारी संस्कृति, खानपान और रहन-सहन विश्व में सर्वोपरि है। उन्होंने कहा कि जीवन में आगे बढऩे के लिए अनुशासन बहुत जरूरी है, इसलिए स्वयंसेवक समाज एवं राष्ट्र के नव-निर्माण के लिए एकजुट होकर कार्य करना सुनिश्चित करें।

         राष्ट्रीय सेवा योजना नई दिल्ली के क्षेत्रीय निदेशक श्रवन राम व मनोज कुमार ने स्वयंसेवकों द्वारा किए जाने वाले सामाजिक कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। छात्र कल्याण निदेशक मदन खिचड़ ने कार्यक्रम में सभी का स्वागत किया और कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ एसके पाहुजा ने धन्यवाद किया। मंच संचालन छात्र नमन कौशिक ने किया।