सभ्याचार संभल सोसाइटी ने शहीद ए आजम भगत सिंह को समर्पित करवाया सेमिनार

तरसेम दीवाना, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हुशियारपुर, 21 मार्च :
जब देश गुलाम था तब एक शहीदे आज़म ने पूरे देश में क्रांति की लहर को अपना जीवन देकर उज्जवल किया। आज हम शहीद ए आज़म भगत सिंह को अगर सच्ची श्रद्धांजलि देना चाहते हैं तो हर एक देशवासी को प्रण लेना होगा कि उसे इस आजाद भारत में जो भी जिम्मेदारी मिली है उसे ईमानदारी से निभाए ।
उपरोक्त शब्द सीमा सुरक्षा बल से सेवानिवृत डीआईजी अमरजीत सिंह ने सभ्याचार संभल सोसाइटी द्वारा स्थानीय साधु आश्रम में भगत सिंह को समर्पित भगत सिंह और आज का संदर्भ विषय पर करवाए गए सेमिनार को संबोधित करते हुए कहे । अमरजीत ने कहा सीमा पर एक जवान ईमानदारी से कार्य करते हुए ही शहीद होता है क्योंकि उस जवान को सरहद की रक्षा करने की जिम्मेदारी मिली है इसी तरह हम सभी को कोई ना कोई जिम्मेदारी सृष्टि द्वारा सौंपी गई है और इस जिम्मेदारी को पूरा करना ही पूर्ण स्वराज की ओर हमारा पहला कदम होगा।
इस मौके पर समाजसेवी डॉक्टर अजय बग्गा ने कहा आज हमारे नौजवान पीढ़ी को भगत सिंह एवं उनके साथियों की सोच को अच्छी तरह से जानने की जरूरत है। शिक्षा वादी दीपक वशिष्ठ ने कहा कि लंबे समय से हमारे शहीदों के अक्ष कुछ लोगों द्वारा जानबूझकर खराब करने की कोशिश की जाती रही है उन्होंने कहा सरदार भगत सिंह राजगुरु सुखदेव जैसे शूरवीर इस धरती पर जन्मे हैं इस बात का हमें गर्व है।
समारोह को संबोधित करते हुए संजीव तलवाड ने कहा कि शहीद किसी भी जाति धर्म के नहीं होते वह राष्ट्र की धरोहर होते हैं इसलिए भारतीय चुनाव आयोग को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि जैसे इलेक्शन में किसी भी धार्मिक चिन्ह या धार्मिक जगह या राष्ट्रीय धरोहर का उपयोग नहीं किया जा सकता इस तरह कोई भी राजनीतिक पार्टिय इन शहीदों के नाम का उपयोग कर अपनी राजनीतिक रोटियां ना सेके । समारोह को डॉ रितु वाला धर्मपाल साहिल प्रसिद्ध शायर टेरकिआणा ने भी संबोधित किया। अंत में समिति के अध्यक्ष मास्टर कुलविंदर जड़ा ने सभी का धन्यवाद किया। इस मौके पर समिति के सदस्यों के साथ-साथ शहर के प्रसिद्ध शिक्षा वादी भी उपस्थित थे