- बैंड बाजों के साथ संकीर्तन करते हुए पहले दिन निकली गई भव्य कलश यात्रा
- जीवन में अच्छे संस्कारों का होना अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि ये ही व्यक्ति को सत्य, अहिंसा और सद्गुणों के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करते हैं: कथा व्यास
डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 22 फ़रवरी :
सेक्टर 23 डी स्थित श्री महावीर मंदिर मुनि सभा (साधु आश्रम) में पूज्यपाद ब्रह्मलीन श्री सतगुरु देव श्रीश्री 108 श्री मुनि गौरवानंद गिरि जी महाराज की प्ररेणा से परम्परानुसार 56वें वार्षिक मूर्ति स्थापना समारोह के उपलक्ष्य में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के शुभारंभ से पूर्व विधि विधान के साथ 101 कलश यात्रा निकली गई। इस कलश यात्रा का आयोजन सेक्टर 23 स्थित प्राचीन शिव मंदिर से किया गया।
बैंड बाजों के साथ श्रद्धालुओं व संकीर्तन मंडलियों के साथ यह कलश यात्रा जिन जिन मार्गों से होकर गुजरी वहाँ के लोगों ने पुष्प वर्षा कर इस भव्य कलश यात्रा का स्वागत किया। इस कलश यात्रा में सुसज्जित रथ पर कथा व्यास चंडीगढ़/वृंदावन से हरिजी महाराज विराजमान थे। यात्रा के दौरान प्रधान दलीप चंद गुप्ता, सांस्कृतिक सचिव पं. दीप भारद्वाज, उप प्रधान ओपी पाहवा, महासचिव एस आर कश्यप, कोषाध्यक्ष सुरेंद्र गुप्ता, कार्यालय सचिव नंदलाल शर्मा, ऑडिटर नरेश महाजन अन्य सदस्यगण व श्रद्धालु उपस्थित थे।
कथा स्थल पर पहुंचने के बाद संकीर्तन मंडलियों द्वारा भगवान का भजन किया गया, जिसके उपरांत कथा व्यास हरिजी महाराज ने श्रद्धालुओं को श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण करवाया और कथा के माध्यम से उन्होंने यह बताया कि जीवन में अच्छे संस्कारों का होना अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि ये ही व्यक्ति को सत्य, अहिंसा और सद्गुणों के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करते हैं। उन्होंने कहा कि हमें बुरे कामों से बचना चाहिए, क्योंकि बुरा काम न केवल हमें बल्कि समाज को भी नुकसान पहुँचाता है।