Saturday, February 22

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर, 21 फ़रवरी :

डीएवी गर्ल्स कॉलेज के पंजाबी विभाग, हिंदी विभाग, संस्कृत विभाग व गुरू गोबिंद सिंह स्टडी सर्कल के संयुक्त तत्वावधान में अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस सेलीब्रेट किया गया। एमएलएन कॉलेज से सेवानिवृत असिस्टेंट प्र्रोफेसर डॉ निर्मल सिंह व गुरू नानक गर्ल्स कॉलेज के पंजाबी विभाग अध्यक्ष डॉ सुखविंद्र कौर मुख्य वक्ता रहे। कॉलेज प्रिंसिपल प्रोफेसर डॉ मीनू जैन ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। कार्यक्रम हिंदी विभाग अध्यक्ष डॉ किरण शर्मा, पंजाबी विभाग अध्यक्ष डॉ गुरशरन कौर, संस्कृत विभाग इंचार्ज डॉ मुकेश शर्मा की देखरेख में हुआ।

इस दौरान संस्कृत में श्लोकोच्चारण, हिंदी में प्रस्ताव लेखन व पंजाबी में लोक बोलियां, लोक टप्पे व लोक पहनावा पर प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। प्रतियोगिता में डीएवी गर्ल्स कॉलेज की बी कॉम द्वितीय वर्ष की छात्रा वाणी ने पहला, जीएनजी कॉलेज के एमए पंजाबी अंतिम वर्ष की छात्रा गुरप्रीत कौर ने दूसरा तथा डीएवी गर्ल्स कॉलेज की बीए अंतिम वर्ष की मंजीत कौर ने तीसरा स्थान अर्जित किया। ट्विंकल को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया।

डॉ निर्मल सिंह ने कहा कि पंजाबी भाषा के प्रयोग का कम होना चिंता का विषय है। इसे दूर करने के लिए घर से ही परिवार में पंजाबी के प्रयोग की शुरूआत करने की जरूस्त है। डॉ सुखविंद्र कौर ने कहा कि यूनेस्को ने 1999 में 21 फरवरी के दिन को अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा के रूप में घोषित किया गया था। पंजाबी के जाने माने कवि सरदार रंजीत सिंह खालसा ने पंजाबी के 35 अक्षरों पर आधारित एक कविता प्रस्तुत की। जिसमें उन्होंने जीवन के सार को प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के सफल आयोजन में वाणिज्य विभाग अध्यक्ष डॉ सुरिंद्र कौर, डॉ शशि शर्मा, मंजीत कौर ने सहयोग दिया।