अपराधियों पर कसे नकेल, क्राइम ब्रांच अधिकारी को भी गश्त करने के आदेश

- पकडे जा रहे नशा तस्करों के जरिये ड्रग माफियाओं तक पहुंचेगी पुलिस
- इनामी व भगोडे अपराधियों तक पहुंचने के लिए गठित टीम के साथ की चर्चा
- जांच में निपुण और योग्य कर्मचारी ही होंगे क्राइम ब्रांच का हिस्सा, पुलिस कमिश्नर चैक करेंगे रिपोर्ट
- अपराध होते ही तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे पुलिस, ढील बरती तो होगी कार्रवाई
कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 13 फ़रवरी :
पंचकूला पुलिस कमिश्नर राकेश कुमार आर्य ने मंगलवार को मनसा देवी स्थित पुलिस कार्यालय में क्राइम ब्रांच के सभी इनचार्ज और जांच अधिकारियों के साथ एक आपात बैठक आयोजित की। इस बैठक में पुलिस उपायुक्त (अपराध एवं यातायात) मुकेश मल्होत्रा, एएसपी मनप्रीत सिंह सूदन, एसीपी क्राइम अरविंद कंबोज, और एसीपी मुख्यालय विक्रम नेहरा भी उपस्थित रहे। बैठक में अपराध नियंत्रण और नशा तस्करी पर सख्ती से रोक लगाने को लेकर विस्तृत चर्चा की गई।
पुलिस कमिश्नर ने निर्देश दिए कि क्राइम ब्रांच अधिकारी भी रात 10 बजे से 1 बजे तक और सुबह 6 बजे से 9 बजे तक अपने संबंधित क्षेत्रों में नियमित गश्त करेंगे ताकि चोरी, स्नैचिंग और अन्य आपराधिक गतिविधियों को रोका जा सके। इसके अलावा, पुलिस कमिश्नर ने क्राइम ब्रांच को निर्देश दिया कि वे नशा तस्करों को पकड़ने के साथ-साथ मुख्य ड्रग माफिया तक पहुंचने की हरसंभव कोशिश करें। इसके लिए एक विशेष रणनीति तैयार की गई है, जिससे नशा तस्करी के मुख्य नेटवर्क को ध्वस्त किया जा सके और समाज को इस अभिशाप से मुक्त किया जा सके। साथ ही आमजन से अपील की है कि नशा संबंधी हेल्पलाइन नंबर 7087081100 पर सूचना देने से डरे ना, आपकी पहचान गुप्त रखी जाएगी।
बैठक के दौरान भगोड़े अपराधियों और इनामी बदमाशों की धरपकड़ के लिए पहले से गठित विशेष टीम के साथ चर्चा की गई। पुलिस कमिश्नर ने जोर देकर कहा कि चारों क्राइम यूनिट को स्थानीय पुलिस थानों और पुलिस चौकियों के साथ समन्वय स्थापित करना होगा ताकि अपराध पर प्रभावी रूप से नियंत्रण किया जा सके।
अपराध नियंत्रण को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए यह भी निर्णय लिया गया कि अपराध होने की स्थिति में संबंधित क्षेत्र का अधिकारी तत्काल घटनास्थल पर पहुंचे और आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करे। साथ ही, पुलिस कमिश्नर ने स्पष्ट निर्देश दिए कि अपराधियों तक पहुंचने की प्रक्रिया में किसी भी निर्दोष व्यक्ति को किसी प्रकार की हानि नहीं होनी चाहिए।
पॉक्सो एक्ट के मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर भेजा जेला, पुलिस ने फरीदाबाद से दबोचा

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 13 फ़रवरी :
पुलिस कमिश्नर राकेश कुमार आर्य के निर्देशानुसार पुलिस उपायुक्त हिमाद्रि कौशिक व पुलिस उपायुक्त अपराध एवं यातायात मुकेश मल्होत्रा के नेतृत्व में जिला पुलिस महिला विरुद्ध अपराधों की रोकथाम व महिलाओं की सुरक्षा को लेकर निरंतर रुप से प्रयासरत है। थाना सेक्टर-20 में पॉक्सो एक्ट के तहत दर्ज एक मामलें में आरोपी को फरीदाबाद से गिरफ्तार करने से सफलता हासिल की है।
वर्ष 2022 में पुलिस थाना सेक्टर-20 में शिकायत देते हुए महिला ने बताया था कि वह बिहार से है और पंचकूला में किराये पर रहती है और उनके पडोस में रहने वाले एक लड़के ने उसकी 4 वर्षीय बेटी के साथ गलत काम किया है। सेक्टर-19 चौकी इन्चार्ज सब इंस्पेक्टर सचिन ने मामलें के बारे में जानकारी देते हुए बताया है कि एक मामलें में जांच अधिकारी एएसआई जगपाल ने आरोपी को फरीदाबाद से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। जांच में सामने आया है कि महिला की 4 वर्षीय बेटी पडोस के घर में खेल रही थी जहां वहा रह रहे एक किरायेदार ने उसकी बेटी को छत पर ले जाकर गलत काम किया और जब वह रोने लगी तो परिजनों के पूछने पर बच्ची ने बताया कि पडोस वाले अंकल ने उसके साथ गलत काम किया है। सीआरपीसी की धारा 164 के तहत बच्ची ने ये बयान मजिस्ट्रेट के सामने भी दिए।
आरोपी फरारा चल रहा था और पुलिस को आरोपी की तलाश काफी समय से थी । अब इस मामले में पुलिस को सफलता हासिल हुई है। पुलिस ने आरोपी के बारे अलग अलग स्थान से जानकारी ली व लोकेशन ट्रेस करके आरोपी को दिनांक 12.02.2025 को गिरफ्तार लिया गया। आरोपी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट की धारा 6 के तहत मामला दर्ज था। आरोपी को आज माननीय अदालत मे पेश कर न्यायिक हिरासत भेज दिया है।
स्टूडेंट पुलिस कैडेट प्रोजेक्ट के तहत जागरूकता अभियान आयोजित

- कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 13 फ़रवरी :
कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 13 फ़रवरी :
पुलिस कमिश्नर पंचकुला राकेश आर्य के निर्देशानुसार पंचकूला जिले में स्टूडेंट पुलिस कैडेट (एसपीसी) प्रोजेक्ट के तहत पुलिस की पाठशाला का आयोजन किया गया। इस क्रम में सीनियर सेकेंडरी स्कूल, मोरनी में ट्रैफिक पुलिस सुरजपुर की टीम के उप निरीक्षक/प्लाटून कमांडर संदीप शर्मा के नेतृत्व में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें कक्षा 9वीं और 11वीं के कुल 44 विद्यार्थियों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य स्कूली छात्रों के माध्यम से पुलिस और आमजन के बीच समन्वय स्थापित करना, पुलिस के प्रति व्याप्त भ्रांतियों को दूर करना और सकारात्मक छवि को बढ़ावा देना था।
स्टूडेंट पुलिस कैडेट प्रोजेक्ट की शुरुआत 2019 में एनसीसी की तर्ज पर एक कल्याणकारी पहल के रूप में की गई थी। इसका उद्देश्य विद्यार्थियों को अपराध नियंत्रण, सामाजिक बुराइयों के खिलाफ जागरूकता, ट्रैफिक नियमों की जानकारी, आपदा प्रबंधन, भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई, महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण विषयों से अवगत कराना है। इस कार्यक्रम में मूल्यों और नैतिकता पर भी विशेष जोर दिया गया, जिसमें बुजुर्गों के प्रति सम्मान, सहानुभूति, सहनशीलता, धैर्य, टीम भावना और अनुशासन जैसे गुणों को विकसित करने पर बल दिया गया।
इस अवसर पर स्टूडेंट पुलिस कैडेट्स को कम्यूनिकेशन स्किल, लीडरशिप, पर्सनालिटी डिवेलपमेंट, प्राथमिक चिकित्सा, फील्ड विजिट, ट्रैफिक मैनेजमेंट और आपदा प्रबंधन की जानकारी दी गई। छात्रों को महिला पुलिस स्टेशन, बाल सुरक्षागृह, फायर ब्रिगेड स्टेशन और ट्रैफिक पुलिस विभाग का दौरा कर उनकी कार्यशैली समझने के लिए प्रेरित किया गया। कार्यक्रम में सुरजपुर ट्रैफिक पुलिस की ओर से मुख्य सिपाही रूप सिंह, मुख्य सिपाही सरबजीतम (IRAD ब्रांच) और गृह रक्षी जवान दीपक मौजूद रहे।
इस जागरूकता अभियान के माध्यम से छात्रों को पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली से रूबरू कराया गया और उनमें समाज सेवा व नैतिक मूल्यों को विकसित करने की दिशा में प्रेरित किया गया। स्टूडेंट पुलिस कैडेट प्रोजेक्ट के तहत स्कूल से 44 छात्रों की एक प्लाटून का चयन किया गया, जिसमें 9वीं से 11वीं तक के विद्यार्थी शामिल हैं। यह कार्यक्रम न केवल छात्रों को सुरक्षा और कानून व्यवस्था की जानकारी प्रदान करने में सहायक सिद्ध हो रहा है, बल्कि उनके व्यक्तित्व विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।