पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार, 11 फ़रवरी :
गुरु सुदर्शन संघ के मुनिराज संघ नायक शास्त्री पदम चंद महाराज के सुशिष्य एवं संघ संचालक नरेश चंद महाराज के आज्ञानुवर्ती पं. दिनेश मुनि महाराज व विनीत मुनि महाराज ठाणे-2 के हिसार आगमन के तीसरे दिन प्रेम नगर के मानव मिशन मंदिर में धर्म सभा की गई। धर्म सभा की शुरुआत दिनेश मुनि महाराज ने नाथ तुम बड़े दयालु हो, वीर तुम बड़े दयालु हो…. भजन गाकर की। प्रवचन देते हुए उन्होंने कहा कि यदि मनुष्य अपने मन को मंदिर बना ले तो किसी चीज की कोई कमी नहीं रहेगी। सत्संग में आने वाले व्यक्ति को ज्ञान का भंडार मिलता है तथा जीवन जीने का ढंग आता है। भागदौड़ भरी जिंदगी में जो मनुष्य कुछ पल के लिए सत्संग या धर्म चर्चा के लिए समय निकाल लेता है, वही घड़ी अत्यंत सौभाग्यशाली है। मनुष्य अपने जन्म से लेकर मरण तक क्या करता है, उसे कभी कभार चिंतन अवश्य करना चाहिए। आज संसाधनों की कोई कमी नहीं है। हर व्यक्ति अपने पास पूंजी जमा करना चाहता है तथा अपनी संपत्ति बढ़ाना चाहता है। अच्छाई-बुराई के बारे में भी सोचना जरूरी है। जो धन-दौलत कमाई है उसका जरिया क्या है। स्वयं का खुद को ही विश्लेषण करना होगा। मनुष्य जो भी कर्म करता है, उसे उसका फल आवश्यक भुगतना पड़ता है। कुछ लोग धन कमाने के चक्कर में अपने पाप भी बढ़ा लेते हैं। किसी पर अत्याचार, हिंसा, लूटमार व मारकाट अत्यंत निंदनीय है। पाप अंधेरे का तथा पुण्य रोशनी का प्रतीक है। अच्छे संस्कारों को अपनाते हुए अपने मन, वचन व कर्म का ध्यान रखें। बुरे विचारों से हमेशा नुकसान ही होता है। हमेशा पाप से बचो और पुण्य कार्य करो।
इससे पहले विनीत मुनि महाराज ने अपने प्रवचनों में कहा कि सदैव मन की आंखें खोलकर कार्य करें। परिवर्तन संसार का नियम है। किसी भी कार्य को दृढ़ निश्चय के साथ किया जाए तो वह अवश्य ही सफल होता है। उन्होंने दान की महिमा पर बोलते हुए कहा कि दान करो पर अहंकार नहीं करो। किसी की मदद करना हो तो ढक कर दो, ढोल पीट कर नहीं। दान भी ऐसे हो कि एक हाथ से दो तो दूसरे हाथ को पता न लगे। आजकल लोग बस दिखावे के चक्कर में पड़े हैं। मंच संचालन नवीन जैन ने किया। सैंकड़ों लोगों ने सभा में भाग लेकर धर्म लाभ लिया। एस.एस. जैन सभा के प्रवक्ता के अनुसार 12 फरवरी से जैन स्थानक, एस.एस. जैन सभा पी.एल.ए. में दोनों मुनियों के सान्निध्य में धर्म सभा होगी। इस अवसर पर पूर्व मेयर शकुंतला राजलीवाला, प्रवीन जैन, भरतराम, विनोद, अशोक, राजकुमार, दिनेश, मुकेश, प्रवीण, संजीव, दीपक, संतोष, प्रमोद, तन्मय सहित सैंकड़ों श्रद्धालु उपस्थित रहे।