Saturday, February 8

पंचांग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है। माना जाता है कि भगवान श्रीराम भी पंचांग का श्रवण करते थे। शास्त्र कहते हैं कि तिथि के पठन और श्रवण से मां लक्ष्मी की कृपा मिलती है। तिथि का क्या महत्व है और किस तिथि में कौन से कार्य करान चाहिए या नहीं यह जानने से लाभ मिलता ह। पंचांग मुख्यतः पाँच भागों से बना है। ये पांच भाग हैं : तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण। यहां दैनिक पंचांग में आपको शुभ समय, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू माह और पहलू आदि के बारे में जानकारी मिलती है।

डेमोक्रेटिक फ्रंट, आध्यात्मिक डेस्क – पंचांग, 08 फरवरी 2025

नोटः आज जया एकादशी व्रत है। माघ शुक्ल की एकादशी तिथि को जया एकादशी का व्रत रखा जाता है। कहते हैं कि इस दिन पूजा-उपासना से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस बार जया एकादशी 8 फरवरी को है। ज्योतिषविदों का कहना है कि जया एकादशी के दिन कुछ दिव्य उपाय करने से इंसान की तकदीर चमक सकती है।  इस शुभ दिन पूजा-उपासना से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है

विक्रमी सवत्ः 2081, 

शक संवत्ः 1946, 

मासः माघ़ 

पक्षः शुक्ल, 

तिथिः एकादशी रात्रिः काल 08.16 तक है, 

वारः शनिवार। 

नोटः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। शनिवार को देशी घी, गुड़, सरसों का तेल का दानदेकर यात्रा करें।

नक्षत्रः मृगशिरा सांय काल 06.16 तक है, 

योग वैधृति दोपहर काल 02.04 तक है, 

करणः वणिज, 

सूर्य राशिः मकर, चन्द्र राशिः मिथुन,

 राहू कालः प्रातः 9.00 बजे से प्रातः 10.30 तक,

सूर्योदयः 07.09, सूर्यास्तः 06.02 बजे।