Wednesday, March 12

रिधिमा और विधिका कौशिक ने एक बार फिर किकबॉक्सिंग में नया आयाम स्थापित किया

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर, 06 फ़रवरी :

किक बॉक्सिंग के क्षेत्र में लगातार उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए एक बार फिर रिधिमा कौशिक व विधिका  कौशिक ने किकबॉक्सिंग नया कीर्तिमान स्थापित किया हैं और अपने माता पिता, देश व प्रदेश का नाम रोशन करते हुए ऐतिहासिक जीत हासिल की है। गौरतलब है कि चौथी वाको इंडिया ओपन इंटरनेशनल किक बॉक्सिंग चैंपियनशिप में इन दोनों बहनों ने स्वर्ण पदक हासिल किए हैं।रिद्धिमा कौशिक ने 13 से 15 आयु वर्ग किक लाइट में गोल्ड मेडल हासिल किया है वंही लाइट कांटेक्ट में भी रिधिमा ने स्वर्ण पदक हासिल करके देश व प्रदेश तथा अपने परिवार का नाम रोशन करने का काम किया है।  विधिका कौशिक द्वारा भी 10 से 12 आयु वर्ग में किक लाइट में गोल्ड तथा लाइट कांटेक्ट में भी स्वर्ण पदक हासिल किया हैं।

आपको बता दें कि रिधिमा और विधिका दोनों बचपन से ही शिक्षा के साथ साथ किकबॉक्सिंग की प्रोफेशनल ट्रेनिंग प्राप्त कर रही है जिसका प्रत्यक्ष प्रमाण इन दोनों बहनों द्वारा लगातार प्राप्त किए जा रहे स्वर्ण पदकों से मिल रहा है। रिधिमा और विधिका किकबॉक्सिंग के माध्यम से विभिन्न स्थानों पर खेल कर नए नए कीर्तिमान स्थापित कर रही हैं। इस बार वाको इंडिया ओपन इंटरनेशनल की बॉक्सिंग चैंपियनशिप का आयोजन  इंदिरा गांधी स्टेडियम में किया गया था यह प्रतियोगिताएं एक फरवरी से 5 फरवरी तक चली जिनमें इन दोनों बहनों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक हासिल किए। इ

स उपलब्धि के लिए हरियाणा रेड क्रॉस समिति से सेवानिवृत्ति महासचिव डी.आर शर्मा ने बताया कि उनकी भतीजियों द्वारा लगातार किकबॉक्सिंग खेल के क्षेत्र में कीर्तिमान स्थापित किया जा रहे हैं जो उनके परिवार व समाज और पूरे देश के लिए गर्व की बात है। रिधिमा और विधिका इससे पहले भी ये दोनों बहने कई बार नेशनल स्तर पर मेडल जीत चुकी। इन दोनों बेटियों के पिता सुरेंद्र कौशिक जो पेशे से व्यसायी हैं और समाज उत्थान के क्षेत्र में भी निरन्तर अग्रसर रहते हैं।

सुरेंद्र कौशिक का कहना है कि समाज में बेटियों की महत्वता को समझना अति आवश्यक है क्योंकि आज हर क्षेत्र में देश की बेटियां अग्रणी भूमिका निभा रही है जो हर माता पिता के लिए गर्व का विषय है। उन्होंने कहा कि रिधिमा और विधिका की उपलब्धियों के कारण आज उन्हें उनकी बेटियों के पिता के नाम से अलग पहचान मिली है और इस सम्मान को शब्दों में सीमित नहीं किया जा सकता। सुरेंद्र कौशिक ने कोच व शिक्षकों का आभार जताया है। समाजसेवी एवं कई होटल संचालक सुरेंद्र कोशिक मूल रूप से जीन्द जिले में उचाना के समीपवर्ती गाँव भोंगरा के रहने वाले है, जो फरीदाबाद के सेक्टर 9 में रहकर बच्चों को अच्छी शिक्षा दीक्षा प्रदान करने के लिए संकल्पित हैं। दोनों बेटियां फरीदाबाद के सेक्टर 9 के सेंट एन्थनी स्कूल से शिक्षा ग्रहण कर रही है। वंही डी.आर शर्मा ने कहा कि इन बेटियों की प्रतिभा देश का भविष्य हैं और इनकी सफलता अन्य बेटियों के लिए प्रेणा का स्रोत बन रही है।

रिधिमा और विधिका की इस सफलता से यह साबित होता है कि मेहनत और समर्पण से किसी भी क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त की जा सकती है। किकबॉक्सिंग में अपना भविष्य सुनिश्चित करने के लिए इन दोनों बहनों का कहना है कि किसी भी मुकाम को हासिल करने के लिए सबसे पहले माता पिता का दृढ़ संकल्प और स्वंम के भीतर जनून होना चाहिए। उन्होंने बताया कि किकबॉक्सिंग के प्रशिक्षण से लेकर बेहतर शिक्षा और संस्कारों से परिपूर्ण परवरिश में उनके माता पिता सदैव तत्पर रहते हैं। रिधिमा और विधिका ने समाज का आह्वान करते हुए कहा कि बेटियों को समान अवसर और बेहतर माहौल प्रदान किया जाए तो बेटियां इसी प्रकार परिवार, समाज और देश का नाम रोशन करती रहेंगी।