Friday, January 31

ऑस्ट्रेलिया की ला ट्रोब यूनिवर्सिटी ने भारत से साझेदारी की 30वीं सालगिरह मनाई

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़,  31 जनवरी :

भारत दौरे पर आए ला ट्रोब यूनिवर्सिटी के वाइस-चांस्लर और प्रेज़िडेंट प्रोफेसर थियो फैरेल ने आज (31 जनवरी 2025) लेडी श्री राम कॉलेज फॉर विमेन (एलएसआर) के साथ इस ऑस्ट्रेलियाई संस्थान की अटूट साझेदारी की 30वीं सालगिरह मनाई।

इस अवसर पर प्रोफेसर फैरेल के संग दक्षिण एशिया में विक्टोरिया की कमिश्नर मिशेल वेड भी एलएसआर की प्रिंसिपल प्रोफेसर सुमन शर्मा से मिलीं। उन्हांेने संस्थान के दक्षिण दिल्ली कैम्पस में इस साझेदारी की 30वीं वर्षगांठ मना कर एक इतिहास रचा।

यह भारत में ला ट्रोब की सबसे लंबी में साझेदारियों में एक है जिससे दोनों संस्थानों के बीच विद्यार्थियों का आदान-प्रदान आसान हुआ है। साथ ही, एलएसआर के कार्मिकों को ला ट्रोब में प्रोफेशनल डेवलपमेंट के अवसर मिले हैं और अनुसंधान और नवाचार के अवसर भी बढ़े हैं।

प्रोफेसर फैरेल ने कहा कि एलएसआर से ला ट्रोब की अटूट साझेदारी पर हमें गर्व है क्योंकि इससे युनिवर्सिटी के लक्ष्य पूरे होंगे, जो समुदाय में सब का विकास सुनिश्चित करना, शिक्षा में उत्कृष्टता की विरासत आगे बढ़ाना और बड़े बदलावों के लिए काम करना है।

प्रोफेसर फैरेल ने कहा, ‘‘भारत के सबसे सम्मानित और सफल संस्थानों में लेडी श्री राम कॉलेज का बड़ा नाम है और पिछले 30 वर्षों से हमारा इस संस्थान से मजबूत संबंध रहा है जो हमारे लिए अनमोल है।’’

‘‘इसकी शुरुआत ला ट्रोब युनिवर्सिटी के एक सामान्य बैठक कक्ष से 1995 में की गई। आज यह हमारी युनिवर्सिटी की सबसे स्थायी और सफल अंतर्राष्ट्रीय साझेदारियों में से एक है।’’

‘‘दोनों संस्थान अलग-अलग बैकग्राउंड की छात्राओं को सभी कार्य क्षेत्रों में कमान संभालने में सक्षम बना रहे हैं। हम इस उत्साह से काम कर रहे हैं कि आने वाले वर्षों में हमारी यह साझेदारी अधिक मजबूत और व्यापक हो।’’

लेडी श्री राम कॉलेज फॉर विमेन की प्रिंसिपल प्रोफेसर सुमन शर्मा ने ला ट्रोब के वाइस-चांस्लर और प्रेज़िडेंट प्रोफेसर थियो फैरेल और डिप्टी वाइस चांस्लर, फ्यूचर ग्रोथ, डॉ स्टेसी फैरावे का गर्मजोशी से स्वागत किया और ला ट्रोब युनिवर्सिटी के साथ साझेदारी की 30वीं सालगिरह में शामिल होने के लिए विक्टोरिया की कमिश्नर मिशेल वेड को विशेष धन्यवाद दिया।

प्रोफेसर शर्मा ने कहा, ‘‘ला ट्रोब के साथ हमारी साझेदारी की पहचान प्रतिभाओं के समग्र विकास के अलावा प्रतिबद्धता, सत्यनिष्ठा और ज्ञान का आदान-प्रदान है।’’

‘‘2023 में इस पुरानी साझेदारी का नए जोश के साथ नवीकरण किया गया। कई सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालयों ने द्विपक्षीय आदान-प्रदान करार पर हस्ताक्षर किए। इनमें एलएसआर को माननीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, ऑस्ट्रेलिया के शिक्षा मंत्री माननीय जेसन क्लेयर और शिक्षा क्षेत्र के एक वरिष्ठ प्रतिनिधिमंडल की उपस्थिति में सहमति करार (एमओयू) पर हस्ताक्षर करने का गौरव प्राप्त है।

‘‘एलएसआर और ला ट्रोब के बीच साझेदारी को प्रगाढ़ बनाते हुए ला ट्रोब के पूर्व वाइस-चांस्लर प्रोफेसर जॉन डेवर और मैंने एक सहयोग करार पर हस्ताक्षर किए। आज हम इस सहयोग करार और आदान-प्रदान के तीन दशक पूरे होने की खुशियां मना रहे हैं। हम इस अवसर पर यह प्रतिबद्धता दुहराते हैं कि आने वाले वर्षों में भी हम पूरी दुनिया में शिक्षा और संस्कृति की बहुलता को आगे ले जाएंगे।’’