- ठोस अपशिष्ट प्रबंधन में तीन आर रिड्यूस, रीयूज और रीसाइकिल के महत्व पर जोर दिया प्रोफेसर जेके सहगल ने
- ठोस अपशिष्ट प्रबंधन एक बड़ी चिंता का विषय बन गया है : चारुल शर्मा
डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 30 जनवरी :
पर्यावरण विभाग, चण्डीगढ़ ने पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज सेक्टर-46, चंडीगढ़ की धारिणी पर्यावरण जागरूकता सोसायटी के सहयोग से चण्डीगढ़ में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन पर एक विशेषज्ञ वार्ता का आयोजन किया।
यह वार्ता पर्यावरण विभाग, चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा इको कॉन्शियसनेस व्याख्यान की चल रही श्रृंखला के तहत आयोजित की गई थी। चंडीगढ़ प्रशासन के पर्यावरण विभाग की परियोजना सहयोगी सुश्री चारुल शर्मा दिन की वक्ता थीं।
कॉलेज के प्रिंसिपल प्रोफेसर जेके सहगल ने इस अवसर पर शिरकत की और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन में तीन आर (रिड्यूस, रीयूज और रीसाइकिल) के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि प्रभावी ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए सामूहिक प्रयास की आवश्यकता होती है, इसलिए स्थायी प्रथाओं को अपनाने और पहल का समर्थन करने की आवश्यकता है।
सुश्री चारुल शर्मा ने बताया कि कैसे ठोस अपशिष्ट प्रबंधन एक बड़ी चिंता का विषय बन गया है। सभी प्रतिभागियों को चंडीगढ़ प्रशासन के पर्यावरण विभाग के जलवायु परिवर्तन प्रकोष्ठ द्वारा प्रकाशित एक पुस्तिका वितरित की गई।
कार्यक्रम का आयोजन पर्यावरण अध्ययन विभाग की डॉ. रितु सरसोहा और डॉ. अमनप्रीत कौर द्वारा किया गया।