Sunday, January 19

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर, 18 जनवरी :

विश्व संवाद केंद्र की ओर से आयोजित राज्य स्तरीय डॉक्यूमेंट्र व रील मेकिंग प्रतियोगिता में डीएवी गर्ल्स कॉलेज के जनसंचार विभाग की छात्राओं ने तीसरा स्थान अर्जित कर प्रदेश भर में कॉलेज का नाम रोशन किया है। रोहतक स्थित महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में यूनिवर्सिटी की वाइस चांसलर प्रोफेसर राजबीर सिंह, विश्व संवाद केन्द्र, हरियाणा के अध्यक्ष एवं पूर्व कुलपति डा. मार्कण्डेय आहूजा, सचिव राजेश कुमार व मुख्य अतिथि एवं वरिष्ठ मीडियाकर्मी अशोक श्रीवास्तव ने विजेता प्रतिभागियों को नगद राशि व ट्रॉफी प्रदान कर सम्मानित किया। कॉलेज की वाइस प्रिंसिपल डॉ अनीता मौदगिल ने विजेता प्रतिभागियों व विभाग अध्यक्ष परमेश कुमार, प्राध्यापिका हिमानी व नेहा को बधाई दी। साथ ही कहा कि कॉलेज के वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह में छात्राओें को सम्मानित किया जाएगा।

पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के अध्यक्ष परमेश कुमार ने बताया विश्व संवाद केंद्र की ओर से राज्य स्तरीय डॉक्यूमेंट्री व रील मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। जिसमें सेवा भारती की ओर से चलाए जा रहे प्रकल्प यानि सेवा कार्यों पर डॉक्यूमेंट्री व रील तैयार करने के लिए कहा गया था। डीएवी गर्ल्स कॉलेज की छात्राओं ने सेवा भारती की ओर से  जगाधरी के अशोक नगर में संचालित सिलाई केंद्र पर सिलाई से स्वावलंबी बन रही महिलाएं विषय पर डॉक्यूमेंट्री व रील तैयार की थी। विभाग की छात्रा स्नेहा, चैल्सी, दीपाक्षी, नंदिनी व नेहा द्वारा तैयार डॉक्यूमेंट्री ने प्रदेश भर में तीसरा स्थान अर्जित किया है। छात्राओं को 2100 रूपये की नगद व ट्रॉफी से  नवाजा गया है। वहीं रील मेकिंग प्रतियोगिता में नेहा  व चैल्सी ने तीसरा तथा कामना व तान्या ने चतुर्थ स्थान हासिल है। छात्राओं को ट्रॉफी व 1500 रूपये की नगद राशि से नवाजा गया।

फिल्म महोत्सव 2025 के पोस्टर का भी हुआ विमोचन
एमडीयू में आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में  चार व पांच अप्रैल 2025 में प्रस्तावित हरियाणा फिल्म महोत्सव के पोस्टर का विमोचन भी किया गया। विश्व संवाद केंद्र के सचिव राजेश कुमार ने प्रस्तावित हरियाणा फिल्म महोत्सव 2025 बारे विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि इस फिल्म महोत्सव का फोकस हरियाणा, हरियाणा का समाज, तथा इस प्रदेश के विविध पहलू रहेंगे। उन्होंने कहा कि  फिल्में नागरिक विवेक बोध जागृत करने का प्रभावी माध्यम हैं। फिल्म महोत्सव में भाग लेने के लिए उन्होंने विद्यार्थियों से फिल्में बनाने का भी आह्वान किया।