सरावां में काटी जा रही अवैध कालोनी भोले भाले लोगों को लक्की ड्रा का दिया जा रहा लालच
कोशिक खान, डेमोक्रेटिक फ्रंट, छछरौली, 16 जनवरी :
सढौरा के साथ लगते गांव सरावां में बिना परमीशन के अवैध कालोनी काटी जा रही है। कालोनाइजरों द्वारा कालोनी में प्लाट लेने वालों को लक्की ड्रा का लालच भी दिया जा रहा है। जबकि जिला योजनाकार अधिकारी का कहना है कि सरावां में विभाग की तरफ से किसी को कालोनी काटने की परमीशन ही नहीं दी गई है। फिर यह कालोइजर आम जनता को गुमराह करते हुए सस्ते प्लाट के साथ लक्की ड्रा का लालच देकर गुमराह कर रहे हैं। सबसे ज्यादा दुख उस समय होता है जब एक मध्यमवर्गीय परिवार पूरी जिंदगी खून पसीने की कमाई की पाई पाई जोड़कर अपने सपनों का घर खड़ा करता है ओर फिर जिला नगर योजनाकार की टीम आकर उन मकानों पर पीला पंजा चला देती है। उस समय जब अपनी आंखों के सामने अपने सपनों का घर टूटता है तो इंसान भरी आंखों ओर रूंदे गले से यही कहता है कि हमें तो कालोनाइजर ने बताया था कि यह कालोनी परमीशन लेकर काटी जा रही है।कालोनी काटने वाले सभी प्लांट बेचकर रफू चक्कर हो जाते हैं। लोगों को गुमराह कर उनसे प्लाट के नाम पर जिंदगी भर की कमाई हजम करने वाले फिर लोगों को ढूंढने से भी दिखाई नहीं देते। इसी तरह सढौरा के गांव सरावां में कुछ कालोइनजर अवैध कालोनी काट रहे है। जिसमें लोगों को ईनाम लक्की ड्रा सस्ते प्लाट का लालच देकर उनसे जीवन भर की कमाई ऐंठने का काम सरेआम किया जा रहा है। जिला नगर योजनाकार विभाग की लापरवाही और मिलीभगत से सरावां में लगभग सात एकड़ में अवैध तरीके से कालोनी काटी जा रही है। इतना ही नहीं प्लाट लेने वालों को पहले आओ पहले पाओ के आधार पर लक्की ड्रा का भी लालच दिया जा रहा है जिसमें फंसाकर अवैध तरीके से प्लाट बेचे जा रहे है। सरावां में पाबनी रोड पर सड़क के किनारे अवैध कालोनी बसाने का कार्य किया जा रहा है। इस ओर जिला नगर योजनाकार विभाग की कोई नजर नहीं है और ना ही इस पर अभी तक कोई कार्रवाई की गई है। अवैध तरीके से कालोनी काटने वाले मूलभूत सुविधाओं का लालच देकर प्लाट बेच देते है और प्लाट और कालोनी बिक जाने के बाद कालोनाइजर कालोनी में किसी तरह की मूलभूत सुविधा उपलब्ध नहीं करवा पाते और गरीब आदमी अपने आप को ठगा हुआ महसूस करता है। वही जब जिला नगर योजनाकार खानापूर्ति के लिए बुलडोजर लेकर पहुंचते है तो गरीब आदमी की मेहनत की कमाई मिट्टी में मिल जाती है।
इस बारे में जिला नगर योजना का अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि उन्हें इस बारे सूचना नहीं है। यदि सरावां में ऐसा हो रहा है तो वह संबंधित विभाग के जेई को मौके पर भेज कर जांच करवाएंगे और जो भी उचित कार्रवाई होगी की जाएगी।