Wednesday, January 15
  • पीएम नरेंद्र मोदी व गृहमंत्री अमित शाह झूठे रेप के मामले दर्ज करवाने के खिलाफ लाएं कानून: शांडिल्य 
  • मोहन लाल बड़ौली पर दर्ज मामला फर्जी हुआ तो कौन करेगा उनकी लूटी इज्जत को बहाल: शांडिल्य 
  • मोहन लाल बड़ौली पर रेप का आरोप लगाने वाली महिला को दी जायें सुरक्षा: शांडिल्य  
  •  शांडिल्य बोले: पहले भी 47 वर्ष पुराना रेप का मामला अभिनेता जितेंद्र पर हिमाचल पुलिस ने किया था दर्ज जिसे हाईकोर्ट ने किया था रद्द  

डेमोक्रेटिक फ्रंट, अंबाला –  15 जनवरी :

एंटी टेररिस्ट फ्रंट इंडिया और ब्राह्मण महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने मोहन लाल बड़ौली पर दर्ज रेप के मामले में पत्रकारों से बातचीत करते हुए मामले को एक गहरी साजिश करार देते हुए हिमाचल सरकार से इस मामले की निष्पक्ष जांच करवाने की मांग की। शांडिल्य ने जोर देकर कहा कि मोहन लाल बड़ौली पर आरोप लगाने वाली महिला को हिमाचल और हरियाणा सरकार तुरंत सुरक्षा प्रदान करें। उन्होंने कहा कि महिला को नुकसान पहुंचाने की आड़ में बड़ौली की छवि को नुकसान पहुँचाया जा सकता है । वीरेश शांडिल्य ने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी से अपील की कि इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया जाए या फिर इसे किसी सिटिंग जज द्वारा जांच करवाया जाए ।शांडिल्य ने कहा कि अगर रेप का आरोप झूठा साबित होता है, तो शिकायतकर्ता को भी वैसी ही सजा दी जानी चाहिए जैसी दोषी व्यक्ति को मिलती है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से अपील की कि वे नए कानून में बदलाव कर झूठी शिकायत दर्ज करने वाली महिलाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई का प्रावधान लाएं। 

शांडिल्य ने कहा कि रेप जैसा आरोप किसी भी व्यक्ति और उसके परिवार को पूरी जिंदगी के लिए कलंकित कर देता है। उन्होंने बताया कि इस बारे उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात का समय मांगा है और देश में पुरुष आयोग बनाने की मांग की जाएगी ताकि झूठे रेप आरोपों से पुरुषों को निजात मिल सके। वीरेश शांडिल्य ने इस मामले को राजनीति से प्रेरित बताते हुए कहा कि यह मोहन लाल बड़ौली की छवि धूमिल करने और उनकी प्रतिष्ठा का चीरहरण करने की साजिश है। उन्होंने कहा यह मामले प्रथम दृष्टि से षड्यंत्र लगता है । उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में अभिनेता जितेंद्र के खिलाफ 47 साल पुराने मामले में भी राजनीति से प्रेरित मामला दर्ज किया गया था, जिसे बाद में हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया। वीरेश शांडिल्य ने कहा कि सोनीपत से इस मुद्दे पर एक जनआंदोलन की शुरुआत होनी चाहिए। रेप जैसे गंभीर मामलों में झूठी शिकायत करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए कानून बनाने की दिशा में मुहिम शुरू होनी चाहिए ।